ससुराल भेजी गई युवती
कोर्ट ने युवती की पिटीशन और उसकी इच्छा का ध्यान रखते हुए उसे सही-सलामत ससुराल पहुंचाने का ऑर्डर डोरंडा पुलिस को दिया। अदालत ने कहा- यदि युवती अपने हसबैंड के साथ ससुराल में रहना चाहती है तो उसे वहीं रहने दिया जाए। इस मामले को लेकर मायकेवाले जो अनावश्यक दबाव बना रहे हैं, वह सही नहीं है। इधर, हाईकोर्ट के ऑर्डर के मद्देनजर डोरंडा पुलिस युवती को उसके लोहरदगा के सेन्हा स्थित ससुराल में पहुंचा दिया। साथ ही पुलिस ने युवती के मायकेवालों को इस मामले में संयम बरतने की नसीहत दी।

क्या है मामला?
रोहित नामक युवक ने आर्मी में पोस्टेड मंजूर अंसारी, पिता मुमताज अंसारी, शमशेर अंसारी, अजमून  खातून, जैतून निशा के खिलाफ इस साल सात जनवरी को डोरंडा थाना में अपनी बहन की किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एफआईआर में कहा गया था कि कल्पना जबरन (बदला हुआ नाम) को मंजूर अंसारी अपने साथ लेकर फरार हो गया। साथ ही पिस्टल की नोक पर कल्पना से जबरन निकाहनामा पर सिग्नेचर कराने के साथ उसने शादी के फर्जी डॉक्यूमेंट्स भी बना लिए। रोहित ने यह भी बताया था कि उसे शांत नहीं रहने पर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी।

कोर्ट के मार्फत भेजी नोटिस
कल्पना किडनैपिंग केस में डोरंडा पुलिस द्वारा एक्शन नहीं लेने पर रोहित ने कोर्ट के थ्रू डोरंडा थाना को नोटिस भिजवाया। अप्लीकेंट ने कल्पना जिंदा है अथवा नहीं, इसकी जानकारी पुलिस को देने को कहा था।

आईओ को बताया था रिलेटिव
लोहरदगा के सेन्हा का मंजूर अंसारी आर्मी में कुक है और फिलहाल मध्यप्रदेश के जबलपुर में पोस्टेड है। कुछ दिनों पहले उसने अपने पड़ोस में रहनेवाली युवती से लव मैरिज कर ली थी। इस बाबत कमांडेंट को उसने शादी के सर्टिफिकेट भी दिखाए थे। हाईकोर्ट में युवती के पति मंजूर ने 27 जनवरी, 2013 को  पत्नी के अपहरण होने और ऑनर किलिंग की आशंका जताई थी। अदालत में जस्टिस के सामने पति और पत्नी ने केस के आईओ उपेंद्र सिंह को युवती के परिजनों का रिलेटिव बताया। इस पर अदालत ने अपनी असहमति जताई थी।