क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: रांची-टाटा रोड पर सिदरौल जोड़ा मंदिर नामकुम के पास कई वाहन आपस में टकरा गए. इसमें एक ड्राइवर और खलासी गाड़ी में ही फंस गए, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने चालक और खलासी को काफी मशक्कत कर निकाला. दोनों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया. गौरतलब हो कि बुधवार की सुबह रांची-टाटा रोड पर एक बेकाबू ट्रक पलट गया. कई वाहन इस हादसे की चपेट में आ गए. इस हादसे में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं. पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई है. दुर्घटना होने के कारण रांची-टाटा मार्ग जाम हो गया.

हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान

रांची से जमशेदपुर जाने वाले एनएच-33 की हालत गांव की सड़क से भी बदतर हो गई हैं. इससे चलने वाले लोगों की जान को खतरा पहले से और बढ़ गया है. मार्ग में अधूरा निर्माण के कारण पुलिया और खतरनाक हो गई है. जहां से निकलने वाले वाहन हिचकोले खाते हुए पहुंच रहे हैं. एनएच-33 निर्माण का जिम्मा लेने वाली कंपनी मधुकॉन के काम नहीं करने के मामले में हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है.

एक घंटे का सफर दो घंटे में

रांची से कोलकाता जा रहे ट्रक ड्राइवर सोमेश सिंह ने बताया कि एनएच-33 में इतने गढ्डे हो गए हैं कि सड़क पर चलना दूभर हो गया हैं. इससे मेंटीसेंस और टायर घिस रहे हैं. ट्रांसपोर्ट का खर्च भी बढ़ रहा है. सड़क खराब होने की वजह से एक घंटे का सफर दो घंटे में पूरा हो रहा है. एनएच 33 के किनारे जिन लोगों की दुकानें या होटल हैं सब इसका निर्माण करने वाली ठेका कंपनी मधुकॉन को कोस रहे हैं. भिलाई पहाड़ी के पास वाहनों के आयल की दुकान चलाने वाले सुशील का कहना है कि मधुकॉन ने एनएच का बंटाधार कर दिया है. एनएच के खराब होने से हमारा धंधा भी बर्बाद हो गया है. एक तरफ मिट्टी डाल देने से उनकी दुकानें अब नजर नहीं आतीं.