आई कंसर्न

- बरसात के सीजन में हर सड़क, चौराहों पर घूम रहे हैं अवारा जानवर, कैटिल कैचिंग दस्ता मना रहा रेनी सीजन

- दिनों दिन विकराल होती जा रही है समस्या फिर प्रशासन इनसे निपटने को नहीं बना सका है कोई ठोस प्लान

-दर्जनों लोग अपनी जान गवां चुके हैं आवारा जानवरों के आतंक से, बर्रा में संडे को एक महिला की हुई थी मौत

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KANPUR : अगर आप घर से बाहर निकलेंपैदल या बाइक से तो चौकन्ना रहें होशियार रहें। क्योंकि शहर का पॉश एरिया हो या फिर आउटर, हर सड़क पर आवारा जानवरों का कब्जा है। जरा सी चूक पर ये जानवर आपके लिए जानलेवा हो सकता है। बारिश के सीजन में शहर की सड़कों पर एकाएक आवारा जानवरों की तादाद बढ़ गई है। किसी भी सड़क पर देख लीजिए, आपको गाय, सांड, सुअर आदि के झुंड घूमता मिल जाएगा। नगर निगम का कैटिल कैचिंग दस्ता रेनी सीजन का मजा ले रहा है उसे फिक्र ही नहीं हैं। शहर में सालों से यह समस्या शहरवासी झेल रहे हैं। दर्जनों लोग इन आवारा जानवरों के कारण मौत के मुंह में जा चुके हैं लेकिन बड़े-बड़े दावे करने वाला नगर निगम इन जानवरों से मुक्ति के लिए कोई प्लान नहीं तैयार कर सका है।

भ्0,000 से ज्यादा आवारा जानवर

शहर में अनुमान के मुताबिक भ्0,000 से ज्यादा आवारा जानवर सड़कों पर घूम रहे हैं। वीआईपी रोड हो या स्वरूप नगर, बिरहाना रोड, इन पॉश इलाकों में भी इस वक्त आवारा जानवरों का आतंक है। घंटाघर, हालसी रोड, मूलगंज अथवा मेस्टनरोड हर जगह सड़क पर इन जानवरों की भरमार है। और तो और यह जानवर बीच सड़क- चौराहे पर ही आराम फरमाते हैं, इससे कई बार इनकी वजह से जाम भी लग जाता है। यही नहीं कई लोगों को ये जानवर चोट भी दे चुके हैं।

महिला की चली गई जान

संडे के दिन आवारा जानवर की वजह से बर्रा-7 में एक महिला की जान चली गई थी। महिला सुबह कूड़ा डालने गई और आवारा जानवर के दौड़ाने पर वह दूर हटी और पीछे से आ रही ट्रक के नीचे आ गई। जिस पर काफी हंगामा भी हुआ। इसके पहले भी इसी साल आवारा जानवरों के हमले में चार लोगों की मौत हो चुकी है और एक दर्जन से अधिक घायल हो चुके हैं।

कैटिल कैचिंग दस्ता रोज निकलता

नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि कैटिल कैचिंग दस्ता रोज आवारा जानवरों को पकड़ने निकलता है। जो जानवर पकड़े जाते हैं उन्हें कांजी हाउस में बंद कर दिया जाता है। इस वक्त भी कई जानवर कांजी हाउस में बंद है लेकिन उन्हें छुड़ाने कोई नहीं आया। अधिकारियों का यह भी कहना है कि कांजी हाउस में 80 जानवरों की क्षमता है। इससे ज्यादा जानवर वहां नहीं रखे जा सकते।

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यहां जानवरों की तादाद ज्यादा

-वीआईपी रोड

-स्वरूप नगर

-किदवई नगर

-विजय नगर

-नौबस्ता

-गोविंद नगर

-सर्वोदय नगर

-हैलट रोड

-विकासनगर

-कोपरगंज

-बिरहाना रोड

-साकेत नगर

-यशोदा नगर

-बारादेवी

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कैटिल कैचिंग दस्ता नियमित कार्रवाई कर रहा है। पकड़े गए आवारा जानवरों को कांजी हाउस में छोड़ दिया जाता है। जहां कोई भी इन जानवरों को छुड़ाने नहीं आता है।

-अमृत लाल बिंद, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम।