GORAKHPUR:

पूरे दो महीने पांच दिन जेल काटने के बाद शुक्रवार सुबह 7 बजे यूक्रेन की मॉडल डारिया मोलचन जेल से रिहा हो जाएगी। जमानतदारों के सत्यापन के बाद गुरुवार को उसे सीजीएम कोर्ट ने बेल दे दी। हालांकि जेल में डारिया की रिहाई का परवाना समय से नहीं पहुंच सका। इस वजह से उसे एक रात और जेल में बितानी पड़ेगी। वहीं, जेल से बाहर आते ही पुलिस हिरासत में डारिया को दिल्ली स्थित यूक्रेन की अंबेसी को सुपुर्द कर दिया जाएगा। हालांकि कोलकाता से आए उसके दोनों जमानतदार उसे चार्टर प्लेन से कोलकाता ले जाने की फिराक में है।

चार्टर प्लेन से अाए जमानतदार

बिना विजा पासपोर्ट के नेपाल के रास्ते भारत आई यूक्रेन की मॉडल डारिया मोलचन के दो जमानतदार रवि भालोटिया और कुमार बिहान व दो प्लेन के पॉयलट गुरुवार सुबह चार्टर प्लेन से गोरखपुर पहुंचे। वहीं, गोरखपुर में चार्टर प्लेन उतारने के लिए जो एयरपोर्ट अथारिटी को डिटेल दी गई, उसमें आने वालों में तो चार लोगों के नाम थे, लेकिन यहां से वापस जाने वालों में पांच लोगों के नाम थे। पांचवां नाम डारिया मोलचन का शामिल था। यानी जमानतदार रिहाई के बाद उसे यहां से चार्टर प्लेन के जरिए कोलकाता ले जाने वाले थे। जमानतदारों के आने की सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा एसटीएफ व आईबी भी अलर्ट हो गई। सिविल एयरपोर्ट से लेकर जेल के बाहर और कचहरी में भारी पुलिस फोर्स के साथ एसटीएफ व सुरक्षा एजेंसियों से सुबह से ही डेरा जमा रखा था।

समय से नहीं पहुंचा रिहाई परवाना

आनन-फानन में सुबह से दोनों जमानतदार अपने वकीलों के साथ डारिया मोलचन की जमानत की प्रक्रिया में लगे रहे। देर शाम हाईकोर्ट के आदेश पर डारिया को सीसीएम कोर्ट से जमानत भी मिल गई, लेकिन उसका रिहाई परवाना जेल पहुंचने में काफी लेट हो गया। इस वजह गुरुवार शाम डारिया की रिहाई नहीं हो सकी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ। रामधनी ने बताया कि शाम पांच बजे के पहले आने वाले सभी रिहाई परवानों पर रिहाई कर दी जाती है, लेकिन डारिया के कागजात जेल में करीब शाम 6.30 बजे पहुंचे। इस वजह से नियमानुसार अब उसे शुक्रवार सुबह ही रिहा किया जाएगा।

होटल में ठहरे जमानतदार

जेल से गुरुवार शाम रिहाई नहीं होने की वजह से डारिया मोलचन को जहां एक रात और जेल में बितानी पड़ी, वहीं उसके जमानतदारों को भी एक होटल में रात गुजारनी पड़ी। जबकि उनका चार्टर प्लेन स्पेशल परमिशन पर एयरपोर्ट पर रात भर खड़ा रहा।

शहर में रह रही थी यूक्रेन की मॉडल

2 अप्रैल को एसटीएफ ने शहर के पार्क रोड स्थित एक होटल के कमरे से यूक्रेन की मॉडल डारिया मोलचन को गिरफ्तार किया था। उसके पास से दो पासपोर्ट और एक ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद हुए थे। वहीं, मॉडल नेपाल के रास्ते बिना वीजा के भारत में आई थी। पूछताछ के दौरान पता चला कि था नेपाल में इमशान और सौरभ नाम के उसके दोस्त ने भारत आने में मदद किया था। वहीं, यहां होटल में रहने और फिर नेपाल के रास्ते यूक्रेन भेजने की जिम्मेदारी शहर के बड़े बिजनेसमैन अनुज पोद्दार की थी। डारिया की जमानत हाईकोट से करीब महीने भर पहले हो गई थी, लेकिन जमानतदार नहीं मिलने की वजह से उसे जमानत नहीं मिल पा रही थी।

पुलिस को मिल गया डारिया का पूरा चिट्ठा

डारिया के पास से बरामद मोबाइल फोन व आईपैड की फॉरिेंसिक रिपोर्ट भी गुरुवार को पुलिस को मिल गई। 32 जीबी की तीन-तीन पेन ड्राइव में आई डारिया के मोबाइल व आईपैड की डिटेल अब खंगाली जाएगी। ताकि इसके जरिए उसके मददगारों व संपर्को के बारे में पता चल सके। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम अब डारिया के मोबाइल फोन व आईपैड की डिटेल के जरिए अब उससे जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है। अगर कुछ संदिग्ध मिला तो इसमें आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वर्जन

डारिया के जेल से जमानत पर रिहा होते ही उसे पुलिस कस्टडी में यूक्रेन अंबेसी को सुपुर्द किया जाएगा। जेल से बाहर आते ही अगर वह कहीं और चली गई तो उसे पकड़ पाना मुश्किल होगा। किसी भी हाल में उसके जमानतदार उसे अपने साथ नहीं ले जा सकेंगे। मोबाइल व आईपैड के फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

शलभ माथुर, एसएसपी