सेंट्रल जेल में है बंद

 मऊ जनपद की मऊ एसेंबली सीट से निर्दलीय विधायक है मुख्तार अंसारी। सेंट्रल जेल के के सीनियर सुपरिटेंडेंट बीआर वर्मा के अनुसार, मुख्तार अंसारी को आगरा स्थित सेंट्रल जेल में जून 2010 से डीटेन किया गया है। बकौल वर्मा, सिक्योरिटी के चलते ही मुख्तार अंसारी को किसी बैरक में न रख कर जेल स्थित लगभग टेन बाए ट्वेल्व फीट के आर्यन स्टोर में रखा गया है। मुख्तार को रीढ़ की हड्डी में प्रॉब्लम है। इस वजह से करीब फोर बाए सिक्स का एक तख्त विधायक के आराम के लिए इस स्टोर में सेट कराया गया है. 

हाई सिक्योरिटी जोन

सीनियर सुपरिटेंडेंट वर्मा के अनुसार, एमएलए अंडर ट्रायल केसेज में जेल में डिटेन हैं। तकरीबन दर्जन भर गंभीर मामलों के तहत डिटेन मुख्तार अंसारी को डिटेन रखने वाले आर्यन स्टोर के आसपास हाई स्टोर जोन सरीखी व्यवस्था रखी गयी है। हर दम पैनी निगाह रखी जाती है। यहां तक कि एमएलए किस टाइम किससे बात कर रहा है। किस दिन कौन मिलने आ रहा है, इन सबको लेकर जेल एडमिनिस्ट्रेशन खासा अलर्ट रहता है।

कोर्ट में लगाई अर्जी

डॉन के रूप में चर्चित एमएलए मुख्तार अंसारी की ओर से तीस हजारी, दिल्ली स्थित कोर्ट नं। 222 में एप्लीकेशन लगाकर खुद की सिक्योरिटी के लिए गुहार लगाई है। बताते चलें कि इस कोर्ट में मुख्तार सिंह के अंगेस्ट मकोका एक्ट के तहत मामला विचाराधीन है। बाहुबली की ओर से कोर्ट में लगाई गई अर्जी पर सिक्योरिटी के ऑर्डर भी हुए हैं। कोर्ट के ऑर्डर जेल एडमिनिस्ट्रेशन को मिल भी गए हैं। जिसके बाद सीनियर सुपरिटेंडेंट वर्मा के मुताबिक, डीआईजी को एमएलए की सिक्योरिटी पुख्ता करने के लिए लिखा भी गया है।

 सेंट्रल जेल में है बंद

 मऊ जनपद की मऊ एसेंबली सीट से निर्दलीय विधायक है मुख्तार अंसारी। सेंट्रल जेल के के सीनियर सुपरिटेंडेंट बीआर वर्मा के अनुसार, मुख्तार अंसारी को आगरा स्थित सेंट्रल जेल में जून 2010 से डीटेन किया गया है। बकौल वर्मा, सिक्योरिटी के चलते ही मुख्तार अंसारी को किसी बैरक में न रख कर जेल स्थित लगभग टेन बाए ट्वेल्व फीट के आर्यन स्टोर में रखा गया है। मुख्तार को रीढ़ की हड्डी में प्रॉब्लम है। इस वजह से करीब फोर बाए सिक्स का एक तख्त विधायक के आराम के लिए इस स्टोर में सेट कराया गया है. 

हाई सिक्योरिटी जोन

सीनियर सुपरिटेंडेंट वर्मा के अनुसार, एमएलए अंडर ट्रायल केसेज में जेल में डिटेन हैं। तकरीबन दर्जन भर गंभीर मामलों के तहत डिटेन मुख्तार अंसारी को डिटेन रखने वाले आर्यन स्टोर के आसपास हाई स्टोर जोन सरीखी व्यवस्था रखी गयी है। हर दम पैनी निगाह रखी जाती है। यहां तक कि एमएलए किस टाइम किससे बात कर रहा है। किस दिन कौन मिलने आ रहा है, इन सबको लेकर जेल एडमिनिस्ट्रेशन खासा अलर्ट रहता है।

कोर्ट में लगाई अर्जी

डॉन के रूप में चर्चित एमएलए मुख्तार अंसारी की ओर से तीस हजारी, दिल्ली स्थित कोर्ट नं। 222 में एप्लीकेशन लगाकर खुद की सिक्योरिटी के लिए गुहार लगाई है। बताते चलें कि इस कोर्ट में मुख्तार सिंह के अंगेस्ट मकोका एक्ट के तहत मामला विचाराधीन है। बाहुबली की ओर से कोर्ट में लगाई गई अर्जी पर सिक्योरिटी के ऑर्डर भी हुए हैं। कोर्ट के ऑर्डर जेल एडमिनिस्ट्रेशन को मिल भी गए हैं। जिसके बाद सीनियर सुपरिटेंडेंट वर्मा के मुताबिक, डीआईजी को एमएलए की सिक्योरिटी पुख्ता करने के लिए लिखा भी गया है।

पेशी के दौरान है खतरा

डॉन को खतरा किससे है, इस बात को लेकर जेल एडमिनिस्ट्रेशन भी चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन, इस बात से इत्तेफाक रखता है कि जेल में एमएलए को किसी से जान का खतरा नहीं। सोर्सेज के अनुसार, डॉन को खतरा कोर्ट में पेशी पर आने-जाने के दौरान है। इसी को लेकर बीते कुछ दिनों से डॉन की बैचेनी बढ़ गई है। सोर्सेज का कहना है कि अप्रैल 2011 में पेशी पर जाते टाइम बाहुबली एमएलए की सिक्योरिटी का मोर्चा संभालने वाले गुर्गे धर-दबोच लिए गए थे। करीब दर्जन भर लोग अरेस्ट हुए थे। इनके कब्जे से हथियार भी मिले थे। गुर्गों के पकड़े जाने के बाद से पेशी के दौरान एमएलए की गाड़ी के आगे-पीछे चलने वाली गाडिय़ों का काफिला थम गया। इसको लेकर भी डॉन की बैचेनी बढ़ी हुई थी।

डॉन को खतरा किससे है, इस बात को लेकर जेल एडमिनिस्ट्रेशन भी चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन, इस बात से इत्तेफाक रखता है कि जेल में एमएलए को किसी से जान का खतरा नहीं। सोर्सेज के अनुसार, डॉन को खतरा कोर्ट में पेशी पर आने-जाने के दौरान है। इसी को लेकर बीते कुछ दिनों से डॉन की बैचेनी बढ़ गई है। सोर्सेज का कहना है कि अप्रैल 2011 में पेशी पर जाते टाइम बाहुबली एमएलए की सिक्योरिटी का मोर्चा संभालने वाले गुर्गे धर-दबोच लिए गए थे। करीब दर्जन भर लोग अरेस्ट हुए थे। इनके कब्जे से हथियार भी मिले थे। गुर्गों के पकड़े जाने के बाद से पेशी के दौरान एमएलए की गाड़ी के आगे-पीछे चलने वाली गाडिय़ों का काफिला थम गया। इसको लेकर भी डॉन की बैचेनी बढ़ी हुई थी।