भव्यता और भावपूर्ण मंचन के लिए प्रसिद्ध है भैंसाली मैदान की रामलीला

श्री राम कला केंद्र दिल्ली के कलाकारों के द्वारा होगा रामलीला का मंचन

Meerut। शहर में भैसाली मैदान में होने वाली रामलीला का ऐतिहासिक महत्व है। हर अपनी विशिष्टता के कारण कैंट स्थित भैंसाली मैदान की रामलीला को देखने के लिए दूर दराज के दर्शक भी पहुंचते हैं। गौरतलब है कि बीते 59 साल से अनवरत भैसाली मैदान में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है।

सजावट व भव्यता है खास

भैंसाली मैदान में होने वाली रामलीला अपनी भव्यता के लिए भी जानी जाती है। रामलीला के सजीव मंचन के लिए मंच को भी विशेष तरीके से सजाया जाता है। इस बार भी रामलीला का मंचन 13 दिनों तक किया जाएगा।

दिल्ली के कलाकार आएंगे

भैसाली मैदान की रामलीला में बाहरी कलाकार आकर रामचरित्र का भावपूर्ण मंचन करते हैं। बीते 59 साल से कई नामचीन कलाकार भी शहर में आकर अपनी अभिनय कला की प्रस्तुति दे चुके हैं। इस बार भी दिल्ली स्थित श्रीराम कला केन्द्र के कलाकार भैसाली मैदान में रामलीला का मंचन करेंगे।

इस बार 105 फीट का पुतला

भैसाली मैदान में दशहरा में रावण के पुतला भी आकर्षण का केंद्र रहता है। इस बार भी विशेष तरीके से ही रावण का पुतला बनाया जाएगा। इस बार रावण के पुतले की लंबाई 105 फीट होगी। वहीं इस बार खासतौर रावण खासतौर पर रथ पर खड़ा दिखाई देगा।

बनने लगा पुतला

रामलीला मंचन से पहले ही सीमिति की ओर से रावण के पुतले का निर्माण शुरु करा दिया गया है। जिसमें कलाकारों द्वारा बांस का ढांचा बनाकर पुतले को आकार दिया जा रहा है।

समिति की ओर से हर बार कुछ विशेष तरीके से रामलीला का मंचन किया जाता है। रामलीला की भव्यता और भावपूर्ण मंचन को देखने के लिए आसपास के लोग भी आते हैं।

पवन गर्ग, अध्यक्ष, रामलीला समिति