इस्लामाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान में मंगलवार को लगभग सभी बैंकों का डाटा हैक कर लिया गया। यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब अभी कुछ दिन पहले ही 10 बैकों ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड डाटा में सेंध को लेकर चिंता जताए जाने के बाद अपने कार्ड पर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन को ब्लॉक कर दिया था। लेकिन, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने इन खबरों का खंडन किया है।

सभी बैंकों को किया गया था सतर्क

एसबीपी ने कहा है कि 27 अक्टूबर को एक बैंक का डाटा चोरी कर पैसे चुराने की शिकायत मिली थी जिसके बाद सभी बैंकों को सतर्क कर दिया गया था। इससे पहले, संघीय जांच एजेंसी के साइबर क्राइम विंग के निदेशक कैप्टन मोहम्मद शोएब के अनुसार लगभग सभी पाकिस्तानी बैंकों के डाटा को हैक कर लिया गया है। एजेंसी ने इस बारे में बैंकों को जानकारी दे दी है और बैंकों के प्रमुखों और सुरक्षा प्रबंधन की बैठक बुलाई गई है।

सैन्य अधिकारी बनकर निकालते थे पैसे

अधिकारी ने बताया कि पिछले हफ्ते एक गिरोह पकड़ा गया था जिसके सदस्य ग्राहकों का डाटा चोरी करने के बाद सैन्य अधिकारी बनकर बैंकों से पैसे निकालते थे। अखबार डॉन ने भी सूत्रों के हवाले से कहा है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) को बताया है कि उन्होंने अपने डेबिट और क्रेडिट कार्डों पर अंतरराष्ट्रीय भुगतान पर रोक लगा दी है।

डाटा चुराकर बाजार में बेच दिए

एक वेबसाइट के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि हैकरों ने कम से कम 10 पाकिस्तानी बैंकों के आठ हजार से ज्यादा खाताधारकों के डाटा चुराकर बाजार में बेच दिए हैं। पाकिस्तानी बैंकों पर साइबर हमले का पहला मामला 27 अक्टूबर को सामने आया था, जब बैंक इस्लामी ने इसकी शिकायत की थी। बैंक ने बताया था कि उसके अंतरराष्ट्रीय पेमेंट कार्ड्स से 26 लाख रुपये चोरी कर लिए गए हैं। इसके बाद बैंक ने इस तरह के भुगतान पर रोक लगा दी थी।

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