- डीआईओएस को जांच में मिली गड़बड़ी

- बड़ी उम्र के परीक्षार्थी गलत जानकारी देकर दे रहे परीक्षा

- आधार और एडमिट कार्ड पर दर्ज उम्र अलग-अलग

LUCKNOW : यूपी बोर्ड परीक्षा में किस तरह से नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है, इसकी एक नमूना मंगलवार को परीक्षा के दौरान देखने को मिला। जहां पर एक 30 साल का कैंडीडेट अपनी असली उम्र को छुपा कर परीक्षा दे रहा था। कैंडीडेट आधार कार्ड के हिसाब से 30 साल का है, जबकि एडमिट कार्ड पर 17 वर्ष दर्ज था। यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक ने माल स्थित एक परीक्षा केंद्र पर जन्म तिथि में कुछ ऐसी ही गड़बड़ी पकड़ी। यहां बड़ी संख्या में ऐसे परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं जिनकी आधार में मूल जन्म तिथि और रजिस्ट्रेशन में अंकित तिथि में काफी अंतर है। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ। मुकेश कुमार सिंह ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को अपने यहां परीक्षार्थियों की जन्म तिथि रजिस्ट्रेशन और आधार कार्ड से मिलान करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इसकी रिपोर्ट भी देने के लिए कहा है।

मिलीं काफी गड़बडि़यां

मंगलवार को सुबह की पाली में हाईस्कूल गणित एवं प्रारंभिक गणित की परीक्षा थी। डीआईओएस डॉ। मुकेश कुमार सिंह एसपी सिंह हायर सेकेंडरी स्कूल सैदपुर माल निरीक्षण करने पहुंच गए। यहां उन्हें परीक्षा दे रहे तमाम ऐसे परीक्षार्थी मिले जिनकी मूल जन्म तिथि और उम्र में अंतर मिला। डीआईओएस ने बताया कि यहां दर्जनों ऐसे परीक्षार्थी हैं जिनकी जन्म तिथि में काफी अंतर है। इस बात का खुलासा रजिस्ट्रेशन, प्रवेश पत्र और आधार कार्ड से हुआ। ऐसे सभी परीक्षार्थियों से लिखवा कर भी लिया गया है, जिससे जांच में आसानी हो। इसके पीछे फर्जी पंजीकरण का भी खेल हो सकता है।

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5 सेंटर्स पर सचल दल ने खुद कराई परीक्षा

यूपी बोर्ड में सुबह की पाली में हाईस्कूल गणित केवल प्रश्न पत्र, प्रारंभिक गणित एवं इंटर में गृह विज्ञान द्वितीय प्रश्न पत्र तथा कृषि वनस्पति विज्ञान द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा थी। गणित जैसे प्रमुख विषय की परीक्षा में नकल न हो, इसके लिए डीआईओएस ने माल-मलिहाबाद के पांच प्रमुख केंद्रों पर सचल दल को बैठा दिया। महात्मा गांधी इंटर कॉलेज, देश प्रेमी शिक्षण संस्थान, एस पब्लिक स्कूल, राम दुलारी काशी प्रसाद इंटर कॉलेज एवं एसपी सिंह हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा केंद्र पर केंद्र व्यवस्थापक, पर्यवेक्षक, दो अतिरिक्त पर्यवेक्षक होने के बाद भी सचल दल के एक सदस्य को भी बैठा दिया गया। एसपी सिंह स्कूल में डीआईओएस ने खुद ही बैठकर परीक्षा सम्पन्न कराई।

आनन-फानन में बांट दिया गलत पेपर

मंगलवार को आलमबाग के चित्रगुप्त नगर स्थित बद्री नारायण वोकेशनल इंटर कॉलेज में सुबह हाईस्कूल में गणित एवं प्रारंभिक गणित विषय की परीक्षा थी। अभिभावकों के मुताबिक परीक्षा केंद्र के एक कमरे में कुछ छात्रों को गणित की जगह प्रारंभिक गणित का पेपर बांट दिया गया। जिससे छात्र परेशान हो गए। कुछ देर बाद छात्रों ने गलत पेपर दिए जाने की शिकायत की तो आनन-फानन में उन्हें दूसरा गणित का पेपर दिया गया। हालांकि छात्रों के अभिभावकों ने इसकी शिकायत कंट्रोल रूम और डीआईओएस से की। इस मामले में डीआईओएस डॉ। मुकेश कुमार सिंह का कहना है कि जिस स्कूल के छात्रों को गलत पेपर दिए जाने की बात सामने आई है, उनके शिक्षक ने इसकी शिकायत की थी। पेपर गलत कैसे दिया गया, इस संबंध में केंद्र व्यवस्थापक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

छात्र अंग्रेजी माध्यम के, पेपर हिन्दी माध्यम का

आगामी 16 फरवरी को हाईस्कूल में चित्रकला की परीक्षा है। लेकिन अमीनाबाद इंटर कॉलेज में इस परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी हिन्दी माध्यम के हैं। ऐसे में स्कूल प्रशासन ने मंगलवार को डीआईओएस के परीक्षा विभाग में अंग्रेजी माध्यम के प्रश्न पत्र मुहैया कराने का अनुरोध किया है।

25 स्कूलों ने नहीं दिया अनुपस्थित परीक्षार्थियों का ब्यौरा

बोर्ड परीक्षा शुरू हुए एक सप्ताह बीत चुका है। लेकिन राजधानी के 25 परीक्षा केंद्र व्यवस्थापकों ने अब तक एक भी अनुपस्थित परीक्षार्थियों का ब्यौरा ऑनलाइन अपलोड नहीं किया है। बोर्ड ने ऐसे केंद्रों की सूची जारी करते हुए नाराजगी जताई है।