-22 की सुबह 7.11 बजे से पहले किया जाएगा नवमी का हवन

Meerut : शारदीय नवरात्र में इस बार प्रतिपदा तिथि की वृद्धि तो दशमी तिथि का क्षय है। ऐसे में तिथियों के इस हेरफेर में महालक्ष्मी व महानवमी का व्रत बुधवार को ही किया जाएगा। पंडित विनोद त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार सुबह 9.49 बजे से महाअष्टमी लग गई है। जो 21 अक्टूबर प्रात: 8.41 बजे तक रहेगी। इसके बाद 8.42 बजे से महानवमी लग जाएगी। जो 22 अक्टूबर को प्रात: 7.11 बजे तक ही है। ऐसे में महाअष्टमी व महानवमी व्रत बुधवार को होगा। महाअष्टमी का पारन 22 अक्टूबर को 7.11 से पूर्व किया जाएगा और महानवमी का पारन दशमी तिथि में 7.11 बजे के बाद किया जाएगा।

महासंधि पूजा आज

बुधवार को सुबह 8.41 बजे के बाद महासंधि पूजा की जाएगी। महासंधि पूजा अष्टमी के अंत और नवमी के प्रारंभ में की जाती है। साथ ही बुधवार को ही संधि पूजा के बाद मां दुर्गा का खोइछा भरा जाएगा। अष्टमी का व्रत करने वाले भक्त बुधवार को उपवास करेंगे और गुरुवार सुबह सात बजे तक पारन कर लेंगे। वहीं नौ दिनों तक व्रत करने वाले मां के भक्त गुरुवार को सवा सात बजे के बाद दशमी में पारन करेंगे।

कुमारी पूजा

नवमी के दिन कुमारी पूजा का विशेष महत्व है। कुमारी पूजा के लिए सात वर्ष की बालिका को देवी मां के रूप में तैयार कर उनके बालिका रूप की पूजा की जाती है। विशेष तौर पर सुहागन महिलाएं देवी के इस रूप को सिंदूर आलता चढ़ाकर सोलह श्रृंगार करती हैं और अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए वरदान मांगती हैं।