गंभीर हालत में ग्रामीणों ने परिवार के आठ सदस्यों को कराया भर्ती, सभी खतरे से बाहर

देर रात परिजनों की हालत बिगड़ने के बाद प्रेमी मामा संग फरार हो गई किशोरी

KAUSHAMBI: मामा से इश्क की राह में रोड़ा बने परिवार के आठ सदस्यों को एक किशोरी खाने में जहर दे दी। रात में सभी की हालत बिगड़ी तो वे प्रेमी मामा के साथ फरार हो गई। गिरते पड़ते घर से बाहर आई किशोरी की छोटी बहन शोर मचाने लगी। उसकी आवाज सुनकर इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने पूरे परिवार को गंभीर हालत में एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद सभी खतरे से बाहर बताए गए। अस्पताल पहुंचे पुलिस अधीक्षक किशोरी की हरकत सुनकर दंग रह गए। देर शाम तहरीर न मिलने से रिपोर्ट नहीं दर्ज हो सकी थी। घटना कौशाम्बी जिले के सैनी कोतवाली एरिया स्थित कोरियों गांव के मजरा सोनारन का पूरा की है।

इलाज के बाद हालत में सुधार

सोनारन का पूरा निवासी ओमप्रकाश किसानी करके परिवार पालता है। उसका छोटा साला धीरेंद्र सिंह निवासी भारतपुर थरियांव जनपद फतेहपुर अक्सर बहन के घर सोनारन का पूरा आया जाया करता था। इस बीच ओमप्रकाश की 16 वर्षीय बड़ी बेटी से धीरेंद्र का इश्क की आंखें चार हो गई। दोनों एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करने लगे। जानकारी होने पर ओमप्रकाश विरोध करने लगा। कुछ दिन पहले ओमप्रकाश ने धीरेंद्र की मां राधा देवी व पिता राम सिंह समेत साली के बेटे रजनीश निवासी खरकी का पूरा हथगाम फतेहपुर को बुला लिया था। इन सब के सामने उसने धीरेंद्र की हरकत की पोल खोल दी। इस पर सभी ने धीरेंद्र को जमकर फटकार लगाई। इश्क में रोड़ा बनने व फटकार धीरेंद्र को नागवार गुजरी। वह प्रेमिका के साथ मिलकर परिवार को खत्म करने का खतरनाक प्लान बना डाला। ओमप्रकाश का आरोप है कि इन्हीं सबके चलते उसकी बेटी मंगलवार की रात खाना बनाई और धीरेंद्र के साथ मिलकर उसमें जहर मिला दी। जहर मिले खाने को उसने अपने पिता ओमप्रकाश, मां चंद्रावती, बहन प्रमिला, अंकिता व भाई विकास, मौसेरे भाई रजनीश, नाना रामसिंह व नानी राधा को थाली में परोस कर खिला दी। खाना खाने के बाद सभी सो गए। भोर करीब साढ़े तीन बजे अचानक सबकी हालत बिगड़ी तो उनकी नींद खुली। ओमप्रकाश ने पुलिस को बताया कि आंख खुलने पर वे देखा कि उसकी बड़ी बेटी व साला धीरेंद्र घर से फरार है। छोटी बेटी प्रमिला किसी तरह बदहवास हालत में घर के बाहर शोर मचा रही थी। उसकी आवाज सुन कर पहुंचे पड़ोसियों व ग्रामीणों ने मामले की सूचना पुलिस दी और एंबुलेंस से सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में डॉ। विवेक केसरवानी ने फौरन इलाज शुरू कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि सभी की हालत अब खतरे से बाहर है।

पूछताछ में पता चला है कि मामा व भांजी के बीच प्रेम प्रपंच था। विरोध को देखते हुए किशोरी प्रेमी संग मिलकर परिवार के आठ सदस्यों को खाने में जहर खिला दी। जिला अस्पताल में अब सभी खतरे से बाहर बताए गए हैं। मामले में कोई तहरीर देने को तैयार नहीं है। यदि तहरीर मिलेगी तो आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक