86.23 फीसदी छात्राओं ने 10वीं में लहराया सफलता का परचम

77.05 फीसदी छात्र इस बार पास हुए हैं हाईस्कूल में

9.18 फीसदी अधिक छात्राएं पास हुई हैं इस बार 10वीं में

83.27 फीसदी छात्राओं को 12वीं में मिली सफलता

66.86 फीसदी छात्र इस बार इंटरमीडिएट में हुए हैं पास

16.41 फीसदी ज्यादा छात्राएं इस बार 12वीं में हुई हैं पास

>Meerut। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का रिजल्ट रविवार को घोषित किया गया। सरकार की सख्ती के बावजूद यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार स्टूडेंट्स ने उम्मीद से ज्यादा सफलता प्राप्त की है। मेरठ जिले में हाईस्कूल का रिजल्ट जहां 86.20 प्रतिशत रहा, वहीं इंटर में 83.35 प्रतिशत छात्रों ने सफलता हासिल की। ऑवर ऑल स्टेट में इस बार पास प्रतिशत में 6.04 प्रतिशत की कमी आई हैं, लेकिन पास प्रतिशत में काफी उछाल आया है। बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार मेरठ में 109 सेंटर्स बनाए गए थे।

हाईस्कूल में नेहा टॉपर

हाई स्कूल में सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज, प्रतापनगर की नेहा गुप्ता ने हाईस्कूल में 92 प्रतिशत अंकों के साथ जिले में पहला स्थान पाया है। वहीं 12वीं में एएस इंटर कॉलेज मवाना के सुशांत सिंह ने 91 प्रतिशत अंको के साथ जिले में पहला व प्रदेश में नौंवा स्थान हासिल किया है।

35,973 छात्रों को सफलता

मेरठ में इस बार हाईस्कूल में कुल 46265 छात्र रजिस्टर्ड थे, जिसमें 26845 लड़के जबकि 19420 लड़कियां रजिस्टर्ड हुई। परीक्षा में कुल 41733 छात्र सम्मिलित हुए जिसमें 23448 छात्र व 18285 छात्राएं शामिल रहीं, इसमे से कुल 35973 छात्र पास हुए जिसमें 19186 छात्र व 16787 छात्राओं को सफलता मिली।

33,392 छात्र 12वीं में पास

इंटरमीडिएट में कुल 44271 छात्र रजिस्टर्ड थे जिसमें 25962 लड़के जबकि 18309 लड़कियां रजिस्टर्ड हुई। परीक्षा में कुल 40044 छात्र सम्मिलित हुए जिसमें 22762 छात्र व 17282 छात्राएं शमिल हुई। इसमे से कुल 33392 छात्र पास हुए जिसमें से 17865 छात्र व 15527 छात्राएं रही।

लड़कियां रहीं अव्वल

पिछले वषरें की तरह इस वर्ष भी यूपी बोर्ड परीक्षा में लड़कियों का परिणाम लड़कों से बेहतर रहा। हाईस्कूल में 77.05 प्रतिशत छात्रों की तुलना में 86.23 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं। छात्रों की तुलना में 9.18 प्रतिशत अधिक छात्राएं सफल हुई हैं। इंटर में 66.86 प्रतिशत छात्रों की तुलना में 83.27 प्रतिशत छात्राएं पास हुई हैं। इंटर में छात्राओं का पास प्रतिशत छात्रों से 16.41 प्रतिशत ज्यादा है। यही नहीं जिले के टॉप टेन की सूची में भी लड़कियों ने अपना झंडा बुलंद किया है।

लड़कों के मुकाबले लड़कियों का पास प्रतिशत

हाईस्कूल

वर्ष-बालक -बालिका

2011-70.53- 90.76

2012-84.73-95.52

2013-89.79- 96.32

2014-89.81-95.13

2015-85.91-92.16

2016-84.35-92.48

2017- 74.23-87.45

2018- 77.05-86.23

इंटरमीडिएट

वर्ष-बालक -बालिका

2011-66.03- 76.92

2012-79.61, 88.95

2013-82.87- 91.25

2014-83.25-90.86

2015-79.73-88.34

2016-84.82-91.11

2017- 76.75-86.50

2018-66.86-83.27