58 परसेंट लड़कियों की शादी 18 से पहले

जनसंख्या रोकने को इंटर कॉलेजों में बेटियों को करेंगे जागरूक, बताएंगे देर से शादी के फायदे

-जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 से

-बिहार के बाद देश में यूपी की प्रजनन दर सबसे ज्यादा

- 2020 तक प्रदेश की प्रजनन दर 3.1 से 2.1 लाने का लक्ष्य

LUCKNOW: प्रदेश में अब भी 58 परसेंट लड़कियों की शादी 18 की उम्र तक हो जाती है। यह भी जनसंख्या बढ़ने के मेन कारणों में से एक है.ऐसे में अब प्रदेश सरकार इंटर कॉलेजों में बेटियों को किशोरावस्था स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देगी और देर में शादी करने के फायदे बताएगी। इसके लिए प्रत्येक जिले में 10 कॉलेज चिन्हित किए जाएंगे।

बिहार के बाद यूपी दूसरे नंबर पर

सोमवार से शुरू हो रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के बारे में बताते हुए प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरविंद कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश की प्रजनन दर बिहार के बाद देश में सबसे अधिक है। जिसे घटाने की चुनौती स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सामने है। सोमवार से शुरू हो रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में इसी पर जोर होगा। शुक्रवार को प्रेसवार्ता में अरविंद कुमार ने बताया कि 11 से 24 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा। जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 11 जुलाई को 5, कालिदास मार्ग से रैली को रवाना कर करेंगे। बिहार की प्रजनन दर 3.4 है ओर यूपी की 3.1 जबकि देश की प्रजनन दर 2.3 है। इसे घटाकर 2020 तक 2.1 करने का लक्ष्य है।

डायल 104 अगले 2 माह में

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर निदेशक रिग्जियान सैम्फिल ने बताया कि परिवार नियोजन से जुड़ी जानकारी देने के लिए अगले दो माह में डायल 104 की सुविधा शुरू की जाएगी। जिससे लोग अपनी समस्याओं के बारे में जानकारी पा सकेंगे और शिकायते भी दर्ज करा सकेंगे। कन्नौज, बरेली, सीतापुर, फैजाबाद व मीरजापुर में शुरू की गई एम-सेहत परियोजना प्रारंभिक रूप से सफल साबित हुई है। यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पीएसआई जैसे अन्य संगठनों के साथ राज्य स्तर पर होने वाली हेल्थ पार्टनर्स फोरम को अब मंडल और जिला स्तर पर भी आयोजित किया जाएगा। जिलों में डीएम की अध्यक्षता में ये फोरम गठित होंगे और हर माह मीटिंग होगी। जबकि मंडल स्तर पर छह माह में ऐसी मीटिंग की जाएगी।

काउंसलर व आशा संगिनी को प्रशिक्षण

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक आलोक कुमार ने बताया कि नाको की ओर से आईसीटीसी सेंटर्स पर तैनात 409 काउंसलर्स और 6000 आशा संगिनी को भी परिवार कल्याण के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक माह की 21 तारीख को पुरुष नसबंदी कैंप भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पापुलेशन पॉलिसी भी तैयार है। जिसे जल्द ही लांच किया जाएगा। इसके अलावा मंडलीय हेडक्वार्टर में नसबंदी को प्रेरित करने के लिए वैन भेजी जाएगी। साथ ही गर्भनिरोधक उपाय में अब गोली के साथ ही इंजेक्टेबल भी दिए जाएंगे।