मर्डर भी था साजिश का हिस्सा

एनआईए ने इस बात का दावा किया है कि दाऊद इब्राहिम काफी बड़ी साजिश करने की फीराक में था। उसका निशाना मोदी सरकार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, धार्मिक नेताओं और चर्च था। यहीं नहीं पिछले साल गुजरात में डी कंपनी के दो शार्पशूटरों ने शिरीष बंगाली और प्राग्नेश मिस्त्री का मर्डर किया था जो इसी साजिश का एक अहम हिस्सा था। अब जांच एजेंसी एनआईए ने शनिवार को यह फैसला लिया है कि वो डी कंपनी में शामिल 10 सदस्यों के खिलाफ चार्जशीट फाइल करेंगे। बताया जा रहा है कि यह 10 सदस्य वहीं होंगे जिन्होंने मोदी सरकार, आरएसएस और चर्चों को निशाना बनाए जाने का काम किया था।

मोस्ट वॉन्टेड चिकना है साजिशों का मास्टरमाइंड

एनआईए को अपनी जांच के दौरन इस बात का भी पता चला है कि डी कंपनी के पाकिस्तान में रहने वाले मेंबर जावेद चिकना और साउथ अफ्रीका मूल के जाहिद मियां ही हिंदू नेताओं की हत्याओं के मास्टरमाइंड थे। इसके साथ ही इन दोनों कि ही प्लानिंग थी कि वो दूसरे धार्मिक नेताओं और चर्चों पर हमला करेंगे, जिससे भारत में कम्यूनल टेंशन फैल सके। इन लोगों ने बीजेपी और आरएसएस के सदस्यों की हिटलिस्ट भी जारी की थी।

इंटरपोल से किया संपर्क

पाकिस्तान में रहने वाले मेंबर जावेद चिकना और साउथ अफ्रीका मूल के जाहिद मियां उर्फ जाओ मोस्ट वॉन्टेड आतंकि हैं और इनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी हो चुका हैं। इसमें हाफिज सईद और दाऊद भी शामिल हैं। बता दें कि चिकना को पकड़ने के लिए एनआईए ने इंटरपोल से संपर्क किया था और पाकिस्तान, नेपाल, साउड अफ्रीका, सऊदी अरब, यूएई और अमरीका को जुडीशल रिक्वेस्ट भी भेजी थी।

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