-बोर्ड परीक्षाओं के साथ चुनाव ड्यूटी को लेकर हैरान हुए टीचर्स

-अलग-अलग तरीके की तीन ड्यूटी के बीच कैसे बनाएं तालमेल

ALLAHABAD: स्कूलों में पढ़ाने के साथ-साथ टीचर्स पर दूसरी ढेरों जिम्मेदारियां भी लाद दी जाती हैं। इसे टीचर्स बखूबी निभाते भी हैं। लेकिन मार्च के महीने में चार दिन तीन तरह की ड्यूटी को लेकर टीचर्स अभी से परेशान हो रहे है। मार्च माह में 10,11,12 और 13 मार्च को अलग-अलग चार तरह की ड्यूटी है, जिसमें कई टीचर्स को लगाया गया है। ऐसे में चारों तरह की ड्यूटी के बीच सामंजस्य बनाने के तरीकों को लेकर टीचर्स परेशान हैं।

टेंशन में टीचर्स

-10 मार्च को बोर्ड परीक्षा कराने के साथ ही टीचर्स पोलिंग पार्टियों के साथ रवाना होना पड़ेगा।

-11 मार्च को उप चुनाव में बड़ी संख्या में टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई है।

-12 मार्च को फिर से शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए ड्यूटी लगाई गई है।

-13 मार्च को फिर से बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं।

बोर्ड परीक्षा के दौरान शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे शिक्षकों की शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान होना पड़ेगा। डीएम को चुनाव कार्य में लगे शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा से कार्यमुक्त संबंधित आदेश जारी कर देना चाहिए।

- डॉ। शैलेश कुमार पाण्डेय, शिक्षक

भारी संख्या में शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगने से विद्यालयों की स्थित यह हो गई है कि परीक्षा कक्ष में कक्ष निरीक्षकों का अभाव हो गया है।

-इन्द्रदेव, शिक्षक

हालत ये है कि एक ही विद्यालयों में एक या दो शिक्षकों को छोड़कर सभी की ड्यूटी चुनाव में लगाई गई है। इससे बोर्ड की परीक्षा प्रभावित होना तय है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा शुचितापूर्ण तरीके से कैसे संपादित होगी, यह भी प्रशासन को सोचने की जरूरत है।

-राम अवतार, शिक्षक

एक ही समय में शिक्षकों से दो प्रकार की सेवा लेना कहीं से भी उचित नहीं है। अध्यापक पशोपेश में है कि बोर्ड परीक्षा कराएं या चुनाव ड्यूटी पर जाएं।

-माहेश्वरी प्रसाद, शिक्षक

बोर्ड एग्जाम जैसा महत्वपूर्ण कार्य शिक्षक पूरा कर रहे हैं। इसी बीच टीचर्स की चुनाव की ट्रेनिंग भी कराई जा रही है। उसके बाद चुनाव कराना है। ऐसे में शिक्षक कब ईवीएम जमा कराने के बाद फिर से अगले दिन ड्यूटी के लिए जाएंगे। वहीं मैटरनिटी लीव पर होने वाली महिला शिक्षिकाओं की ड्यूटी भी लगी है। जबकि जिले में कई ऐसे विभाग हैं, जहां पर कर्मचारियों की भरमार है। प्रशासन चाहे तो उनको भी प्रयोग कर सकता है। इस संबंध में डीएम से मिलकर उनके सामने अपनी बात रखूंगा।

-सुरेश कुमार त्रिपाठी

शिक्षक विधायक