--CM के आगमन पर राइट टाइम हुआ जिला अस्पताल, खामियों पर डाला गया पर्दा

--CMO व CMS ने परखी अस्पताल की व्यवस्था, आज सीएम करेंगे हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन

VARANASI

सीएम योगी आदित्यनाथ जी यह तो आपके आने की हनक है कि सब व्यवस्थाएं पटरी पर दिख रही हैं। यह जो आप पं। दीनदयाल हॉस्पिटल के मुख्य द्वार पर सन्नाटा सहित साफ-सफाई देख रहे हैं ना। दरअसल, यह सिर्फ आज भर के लिए ही है। इसके पहले यह गेट अतिक्रमण से घिरा रहता था। इसमें कोई दो राय नहीं है कि आपके जाते ही अस्पताल परिसर से सटकर फिर से यहां दुकानें गुलजार होंगी। यही नहीं, परिसर की साफ-सफाई आपको खुश करने के लिए ही की गई है। डॉक्टर व स्टाफ ड्रेसकोड में दिख रहे हैं तो यह भी आपकी हनक ही है। जिन मरीज वॉर्डो में ठीक से पंखे नहीं चलते थे आज वहां मरीज एसी की हवा खा रहे हैं। ताकि व्यवस्थाएं देखकर आप खुश हो सकें। मरीजों के बेड पर साफ चादरें और चमकते वाशरूम की हकीकत जो आपको दिखाई जा रही है दरअसल, यह सब फरेब है। हकीकत यह है कि सब व्यवस्थाएं दो दिन के अंदर दुरुस्त की गई हैं। यह भी तय है कि आपके जाते स्थिति फिर से डांवाडोल हो जाएगी।

अंत तक छुपाई जा रही थीं खामियां

पं। दीनदयाल उपाध्याय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल को चमकाने की तैयारियां आखिरी समय तक होती रही। शनिवार की दोपहर दवा काउंटर पर लंबी लाइन लगी रही। उसी बीच मैकेनिक पंखा लगा रहा था। रोजाना पांच से छह सौ मरीजों की भीड़ दवा काउंटर पर पहुंचती है लेकिन तब पंखे की याद हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को नहीं थी। सेकेंड फ्लोर पर रंग-रोगन भी चल रहा था। सीएमएस ऑफिस के बाहर से लेकर सीढ़ी तक कलर कराया गया। अधिकतर ओपीडी में एसी की व्यवस्था नहीं थी तो वहां एसी लगाया गया। दिन भर में फर्श पर सिर्फ दो बार झाडू-पोछा लगाने वाले सफाई कर्मी भी शनिवार को हर दस मिनट पर पोछा लगाते हुए दिखे। महिला व पुरुष प्रसाधन कक्ष में साफ-सफाई दिन भर होती रही।

अवेलेबल ब्लड का लगा बोर्ड

ब्लड बैंक में कितना यूनिट ब्लड है? किस-किस ग्रुप का ब्लड अवेलेबल है? इसकी डिटेल्स ब्लड बैंक के बाहर बने बोर्ड पर रोजाना दर्ज करानी होती है। लेकिन ब्लड की कमी के कारण स्टाफ बोर्ड पर ब्लड की डिटेल्स शो नहीं करते। लेकिन सीएम के आने की हनक और लगातार अधिकारियों के दौरे का असर यह रहा कि बोर्ड पर हर ब्लड ग्रुप की डिटेल्स लिखी नजर आई।

बाहर की दवाओं पर चेतावनी

अधिकतर तो नहीं लेकिन कुछ ऐसे चुनिंदा डॉक्टर्स हैं जो अक्सर मरीजों को बाहर की दवाएं लिखते हैं। इसमें फिजिशियन से लेकर एक्सप‌र्ट्स डॉक्टर भी शामिल हैं। इन्हें खासकर बाहर की दवाएं नहीं लिखने की कड़ी हिदायत दी गई है। साथ ही ड्रेसकोड में आने के लिए निर्देशित किया गया है।

चार माह बाद भी सिटी स्कैन नहीं

सिटी स्कैन के लिए मरीजों को अस्पताल से बाहर ही जाना पड़ रहा है। सब कुछ तो दुरुस्त कराया गया लेकिन सिटी स्कैन मशीन चार माह बाद भी नहीं बन सकी। बंगलुरु, दिल्ली से कई बार इंजीनियर्स की टीम भी आई फिर भी सिटी स्कैन को चालू नहीं करा पाई। ऐसे में अभी तक मरीजों को सिटी स्कैन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि नवागत रेडियोलॉजिस्ट डॉ। रंजन कुमार राकेश का कहना रहा कि बाम्बे से मशीन चल चुकी है, सोम या मंगलवार तक लग जाएगी।

यह सब कुछ योगी जी के आने के कारण ही पटरी पर दिख रहा है। अभी तक तो व्यवस्थाएं ठीक ठाक हैं। देखिए आगे क्या होता है?

वीरेंद्र दुबे, तीमारदार

मॉडर्न हेल्थ डिस्ट्रिक्ट में शामिल इस हॉस्पिटल में आईसीयू की सुविधा नहीं है। पिताजी को कार्डियक प्रॉब्लम है लेकिन यहां के डॉक्टर्स नहीं एडमिट कर रहे हैं। सीएम से यही गुहार है कि आईसीयू की सुविधा मिल जाए।

हिफाजत आलम, तीमारदार

जब किसी वीआईपी का दौरा होता है तो व्यवस्थाएं सुधर जाती हैं और उनके जाने के बाद फिर से पुराने ढर्रे पर काबिज हो जाती हैं। अभी हॉस्पिटल में नर्स व वॉर्ड ब्वॉय एक आवाज में सुन ले रहे हैं कल से वह भी नहीं सुनेंगे।

हकमत अली, तीमारदार

हॉस्पिटल में पेशेंट्स को हर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। किसी भी पेशेंट को कोई प्रॉब्लम हो तो मुझसे शिकायत दर्ज करा सकता है।

डॉ। राजेंद्र प्रसाद, सीएमएस

डीडीयू हॉस्पिटल

क्या है दरकार

-दीनदयाल हॉस्पिटल में ब्क् डॉक्टर की पोस्ट पर महज फ्क् डॉक्टर्स हैं तैनात

-जनरल, ईएनटी व प्लास्टिक सर्जन सहित इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर तक की है कमी

-ब्लड बैंक में ब्लड की कमी

-हीमो डायलिसिस के लिए प्रस्तावित दस बेड की कमी

-दवा स्टोर में दवाओं की कमी

-आर्थो में प्लेट सहित अन्य सामानों की सुविधा शुरू हो

-सिक्योरिटी के नाम पर तैनात हैं सिर्फ नौ होमगार्ड

-चार माह से खराब है सिटी स्कैन मशीन

-एक्सरे-अल्ट्रासाउंड में भी की जाती है लापरवाही

डीडीयू हॉस्पिटल पर एक नजर

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बेड

क्फ्00-क्ब्00

मरीज रोजाना आते हैं इलाज के लिए

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डॉक्टर की पोस्ट

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डॉक्टर हैं वर्तमान में

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डॉक्टर्स की पोस्ट है खाली