- यूनिवर्सिटी में अब भी जारी है कर्मचारियों की हड़ताल

- स्टूडेंट्स को हो रही है प्रॉब्लम, नेक्स्ट वीक मिल सकता है सॉल्युशन

GORAKHPUR : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी का सेशन कब तक ट्रैक पर लौटेगा? इस सवाल का जवाब किसी के पास भी नहीं है। क्योंकि जब तक कर्मचारियों की हड़ताल खत्म नहीं हो जाती, तब तक इस मामले में कोई भी कुछ कहने से कतरा रहा है। मामले में दो-तीन बार शासन से बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका है। कर्मचारियों की इस हड़ताल से यूनिवर्सिटी में क्लासेज के अलावा, रिजल्ट्स, डिग्री और प्रोविजनल सर्टिफिकेट्स भी फंसे हुए हैं। जिससे स्टूडेंट्स अपने फ्यूचर को लेकर काफी टेंशन में हैं और पिछले सेशन को याद कर थोड़ा डर हुए भी हैं।

फ्00 दिनों के इनकैशमेंट की मांग को लेकर जारी है हड़ताल

यूनिवर्सिटी के साथ प्रदेश की दूसरी यूनिवर्सिटीज में क्क् दिन बाद भी हड़ताल जारी है। कर्मचारियों की मानें तो जब तक उन्हें फ्00 दिनों का लीव इनकैशमेंट नहीं मिल जाता और उनकी बाकी मांगे पूरी नहीं हो जातीं, तब तक वह हड़ताल से हटने वाले नहीं हैं। इसके लिए उन्हें चाहे लाठियां खानी पड़े या फिर कोई और मुसीबत झेलनी पड़े। वह अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं। शासन से हुई कई राउंड की बातचीत बेतनीजा ही निकली है, कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने का इंतजार टीचर्स और स्टूडेंट्स को भी है। सैटर्डे को इस हड़ताल की अध्यक्षता महेंद्रनाथ सिंह ने, जबकि संचालन नरिंग बहादुर सिंह ने किया। वहीं अब हड़ताल का सिलसिला ट्यूज्डे से दोबारा जारी रहेगा।

बाहरी सपोर्ट मिलना जारी

गोरखपुर यूनिवर्सिटी कर्मचारियों को बाहरी सपोर्ट लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस सीरीज में सैटर्डे को माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय महामंत्री जय प्रकाश नायक, संयुक्त राज्य कर्मचारी परिषद के नेता शब्बीर अली, अध्यक्ष रूपेष श्रीवास्तव, कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र ने भी सपोर्ट किया। इस दौरान कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष राम नरेश पांडेय, डॉ। बीएन सिंह, कर्मचारी महासंघ के महामंत्री ब्रजभूषण मिश्र, सीनियर लीडर चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव के साथ बड़ी तादाद में कर्मचारियों ने अपनी बातें रखीं। प्रोग्राम के लास्ट में अध्यक्ष महेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि फ्लैग होस्टिंग के दौरान वीसी ने बताया कि कर्मचारियों के मामले में उनकी प्रमुख सचिव वित्त राहुल भटनागर से बातचीत हुई है, लेकिन वह दिल्ली में हैं, लौटने पर उनसे दोबारा बातचीत की जाएगी।