- डीडीयूजीयू कैंपस में स्थित कैफेटेरिया पर आए दिन हो रहा बवाल

- चीफ प्राक्टर ने कैफेटेरिया बंद कराने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन को लिखा पत्र

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू में स्थित कैफेटेरिया धीरे-धीरे बवाले अड्डा बनता जा रहा है। आए दिन यहां छात्रों व बाहरी युवकों के गुटों में बवाल होता रहता है। सोमवार को दोपहर में भी छात्रों के दो गुटों की भिड़ंत हो गई थी। इसकी शिकायत कैफेटेरिया में काम करने वाले कर्मचारी ने चीफ प्राक्टर से की। अब चीफ प्राक्टर ने यूनिवर्सिटी को पत्र लिखकर कैफेटेरिया को बंद कराने को कहा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन कार्रवाई पर विचार कर रहा है।

भिड़ गए थे छात्र

डीडीयूजीयू में रेगुलर क्लासेज स्टार्ट हो चुकी हैं। यूजी और पीजी में न्यू एडमिशन वाले स्टूडेंट्स भी क्लास करने आ रहे हैं। इससे कैम्पस में भीड़ बढ़ गई है। कैफेटेरिया पर आने वाले न्यू स्टूडेंट्स और सीनियर स्टूडेंट्स के बीच जबरदस्त टशन चल रहा है। इस चलते कुछ बाहरी भी गुटों की तरफ से कैफेटेरिया पर पहुंच रहे हैं। सोमवार को दोपहर 3 बजे के करीब कुछ बाहरी स्टूडेंट्स और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के बीच भिड़ंत हो गई। तब किसी ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को सूचना नहीं दी इससे इसकी जानकारी नहीं हो पाई। मंगलवार को कैफेटेरिया के कर्मचारी ने चीफ प्राक्टर प्रो। सतीश चंद्र मिश्रा से कंप्लेन की तो मामले की जानकारी हुई। इसके बाद चीफ प्राक्टर ने कैफेटेरिया को बंद कराने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन को लेटर लिखा है।

होती है अड्डेबाजी

कैफेटेरिया डेलीगेसी के पास चलाया जा रहा है। पास में ही गेट से यहां बाहरी भी पहुंच जाते हैं। डीडीयू प्रशासन मेन गेट से बाहरियों की एंट्री को लेकर तो सख्त है लेकिन पीछे के गेट पर कोई पहरा नहीं है। ज्यादातर बवाल दोपहर के बाद ही होता है। दोपहर बाद जब क्लासेज बंद हो जाती हैं तब बाहरी स्टूडेंट्स प्रवेश करने लगते हैं। कैफेटेरिया पर ही अड्डा जमाते हैं।

पहले भी हुए बवाल

कैफेटेरिया पर पहले भी कई बार बवाल हो चुका है। तब भी इसको बंद कराने के लिए लेटर लिखा गया था। चीफ प्राक्टर का कहना है कि कैफेटेरिया को जब तक बंद नहीं किया जाता या यहां से ट्रांसफर नहीं किया जाता तब तक बवाल होता रहेगा। उन्होंने डीडीयू प्रशासन से इस पर कार्रवाई करने को कहा है।

वर्जन

कैफेटेरिया को न्यू जगह शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए बिल्िडग तैयार हो गई है। जल्द ही इसे शिफ्ट कर दिया जाएगा। जो भी दिक्कतें आ रही हैं, उसे दूर करा लिया जाएगा।

- प्रो। अशोक कुमार, डीडीयूजीयू