- डीडीयूजीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने बढ़ाए प्रोविजनल डिग्री के भी रेट्स

- 100 की जगह अब देने पड़ेंगे 200 रुपए

- इससे पहले डिग्री फीस 300 से बढ़ाकर 500 कर चुकी है यूनिवर्सिटी

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में मनमानियों का दौर शुरू हो चुका है। स्टूडेंट्स फैसिलिटी पर जहां जिम्मेदारों का कम ध्यान है, वहीं अपनी जेबें भरने में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। डिग्री के एवज में स्टूडेंट्स की परेशानी बढ़ाने के बाद अब गोरखपुर यूनिवर्सिटी ने प्रोविजनल डिग्री निकालने वालों की जेबों पर भी डाका डालने की तैयारी कर ली है। यूनिवर्सिटी से प्रोविजनल डिग्री निकालने वाले स्टूडेंट्स को अब दोगुने पैसे अदा करने होंगे। यूनिवर्सिटी की फाइनेंस कमेटी ने इसके लिए अप्रूवल भी दे दिया है। अब कार्य परिषद के आदेश के बाद स्टूडेंट्स से दोगुनी फीस वसूली जाएगी।

अब तक लगते हैं 100 रुपए

यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को डिग्री निकालने में अगर वक्त लगता है, तो उनके लिए प्रोविजनल डिग्री का ऑप्शन है। स्टूडेंट्स को अब तक इसके लिए 100 रुपए अदा करने पड़ते थे। इसके बाद एक हफ्ते में स्टूडेंट्स को प्रोविजनल डिग्री मिल जाती थी, जिससे उनका काम चल जाता था, वहीं जब उन्हें डिग्री मिल जाती थी तो वह उसे जमा कर देते थे। अब स्टूडेंट्स को इसी प्रोविजनल डिग्री के एवज में दो सौ रुपए अदा करने पड़ेंगे। जिससे उनकी जेब पर दोहरा भार पड़ेगा।

अप्रैल से डिग्री का भी बढ़ा है चार्ज

यूनिवर्सिटी में पिछले तीन माह से डिग्री के एवज में भी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स की जेब ढीली करवा रही है। जिस डिग्री के लिए स्टूडेंट्स को 300 रुपए कीमत चुकानी पड़ती थी, अप्रैल 2018 से उसके लिए स्टूडेंट्स को 500 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। यह पैसा स्टूडेंट्स की फीस के साथ ही जमा कर लिया जाता है और स्टूडेंट्स की डिग्री उन्हें कॉलेज के जरिए ही मिलती है, जिसकी उन्हें कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ती है।

वर्जन

डिग्री की फीस पहले बढ़ा दी गई थी, लेकिन प्रोविजनल का रेट रिवाइज नहीं हो सका था। इस बार वित्त समिति में इसे रखा गया था, जहां समिति ने एक सौ रुपए की जगह 200 लेने पर अपनी संस्तुति दे दी।

- बीरेंद्र चौबे, फाइनेंस ऑफिसर, डीडीयूजीयू