-मारपीट फायरिंग के बाद एक्शन में यूनिवर्सिटी

- 23 फरवरी को वार्डन ने स्टूडेंट्स को दी थी खाली करने की नोटिस

GORAKHPUR: डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी

विवेकानंद हॉस्टल के कमरा नंबर 229 को खाली कराकर इसे दूसरे स्टूडेंट को आवंटित कर दिया गया। शनिवार को चीफ प्रॉक्टर प्रो। गोपाल प्रसाद और वार्डन प्रो। चंद्रशेखर की मौजूदगी में कमरा का ताला तोड़कर कब्जा हटाया गया। वार्डन ने बताया कि 23 फरवरी को कमरे में रहने वाले स्टूडेंट, जिसका एग्जाम हो गया है, उसे कमरा खाली करने का निर्देश दिया गया था। मगर उसने कमरा खाली नहीं किया, फोन पर भी उसे कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हुई। इसको देखते हुए मजबूरी में कमरा खाली कराने के लिए चीफ प्रॉक्टर को सूचना दी गई। शनिवार को प्रॉक्टर की मौजूदगी में कमरे का ताला तोड़कर उसे खाली कराया गया।

हॉस्टल के 229 नं। कमरे से हुई थ्ाी शुरुआत

डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को हुई मारपीट और फायरिंग की घटना से पहले हॉस्टल में विवाद शुरू हुआ था। एक माह पहले रूम नंबर 229 में रह रहे स्टूडेंट्स ने देर रात तक पार्टी की, इसके बाद यहां कुछ छात्रों में विवाद हो गया। प्रॉक्टर की मानें तो उन्हें सूत्रों ने बताया है कि इस रात पार्टी के बाद एक छात्र को अमर सिंह पासवान ने पीट दिया, जिसके बाद उसके दोस्तों ने बदला लेने की नीयत से गुरुवार को अमर सिंह पासवान की धुनाई कर दी और फरार हो गए।

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नहीं होगा अलॉटमेंट

अमर सिंह पासवान से मारपीट के मामले में एक आरोपी छात्र एलएलबी फ‌र्स्ट ईयर में पढ़ता है। उसने भी हॉस्टल में एलॉटमेंट के लिए अप्लाई कर रखा है और मेरिट के अकॉर्डिग उसको अलॉटमेंट भी होने वाला था, लेकिन मारपीट और गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद जिम्मेदारों ने उसका अलॉटमेंट कैंसिल कर दूसरे स्टूडेंट को कमरा अलॉट करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बाकायदा लेटर लिखा जा रहा है।

बढ़ाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे

दो दिन पहले विवेकांनद हॉस्टल में दिनदहाड़े हुई फायरिंग और एक पूर्व छात्र नेता के साथ हुई मारपीट के बाद से यूनिवर्सिटी प्रशासन ने हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। जो कैमरे खराब हैं, उनकी दशा सुधारी जाएगी। हॉस्टल और परिसर में बेकार घूमने आने वाली की कड़ी निगरानी होगी। चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि हॉस्टल में पहले से सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, मगर कुछ खराब हैं। घटना के बाद संतकबीर, विवेकानंद और एनसी हॉस्टल के वार्डेन ने खुद पत्र लिखकर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया है।