-सीबीगंज के बोहित गांव से 3 महीने पहले हुए थे लापता

-पुलिस ने दर्ज नहीं की थी गुमशुदगी, पति हिरासत में

 

बरेली- सीबीगंज के बोहित गांव में तीन महीने से लापता मां-बेटी के थर्सडे को गन्ने के खेत में कंकाल मिले हैं। दोनों की खोपड़ी और कुछ हड्डियां ही बची हैं। परिजनों ने पास में ही पड़े कपड़ों, चप्पलों और पायलों से पहचान की है। महिला के मायके वालों ने पति पर हत्या का शक जताया है। पुलिस ने पति के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कर पति को हिरासत में ले लिया है। इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। इस मामले की गुमशुदगी ही दर्ज नहीं की गई थी, क्योंकि जिस दरोगा को गुमशुदगी की तहरीर दी गई थी, उसने इसे दबाकर कर रख लिया। कंकाल मिलने की सूचना पर एसएसपी, एसपी सिटी व फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर जंाच की।

16 अक्टूबर 2018 को हुई थी लापता

सीबीगंज के गांव बोहित निवासी तेजपाल गंगवार की शादी 20 साल पहले गांव सेमीखेड़ा, देवरनियां निवासी छेदालाल की बेटी सुशीला उर्फ ममता से हुई थी। सुशीला के दो बेटे 15 वर्षीय अमन, 13 वर्षीय सोनू उर्फ मोहित और 14 वर्षीय बेटी पूजा हैं। बताते हैं कि 16 अक्टूबर 2018 को सुशीला अपनी बेटी पूजा के साथ लापता हो गयी। काफी तलाशने के बाद जब दोनों नहीं मिलीं तो पति तेजपाल उनकी गुमशुदगी लिखाने थाने गया था। यहां पर एसआई ने उससे तहरीर ली लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की और न ही उसकी पत्‌नी और बेटी की तलाश की। वहीं इस मामले में सुशीला के पिता छेदालाल का कहना है कि 16 अक्टूबर की शाम को दामाद तेजपाल ने फोन कर बताया था कि सुशीला बेटी पूजा के साथ दवा लेने भोजीपुरा गई थी, लेकिन लौटी नहीं।

नशे में बोला कंकाल पड़े हैं

वेडनसडे रात सुशीला के मामा महेंद्र ने भोजीपुरा एरिया में शराब के नशे में एक जगह बोला कि उसकी भांजी व भांजी की बेटी के कंकाल बोहित गांव के पास गन्ने के खेत में पड़े हैं। उसके साथ मौजूद शख्स ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस रात में ही गन्ने के खेत में सर्च करने पहुंच गई, लेकिन कंकाल न मिलने पर झूठी सूचना मानकर वापस लौट आयी। थर्सडे को एक बार फिर से अधिकारियों ने सूचना को वैरीफाई करने के लिए खेतों में सर्च का आदेश दिया।

मां ने बताया कि कहां पड़े कंकाल

थर्सडे को जब पुलिस खेतों में सर्च कर रही थी तो सुशीला की मां मीना ने बताया कि कंकाल उधर खेत में पड़े हुए हैं, जिसके बाद पुलिस पहुंची तो वहां पर दो खोपडि़यां मिलीं और शरीर की हड्डियां भी बिखरीं पड़ी थीं। कंकाल के पास पड़े साड़ी ब्लाउज, स्वेटर, चप्पल, पाजेब आदि के आधार पर दोनों कंकालों की शिनाख्त सुशीला व उसकी बेटी पूजा के रूप में की गई।

कंकाल का होगा डीएनए टेस्ट

जब पुलिस ने सुशीला के माता-पिता से कंकाल के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि वेडनसडे को कुछ बच्चे शोर मचाते हुए आए थे और बोले कि कंकाल पड़े हैं। जिसके बाद वह कंकाल देखने गए थे और फिर थर्सडे को पुलिस को सूचना देने की बात कही थी। उसके बाद उन्होंने सुशीला के पति पर ही हत्या का शक जताते हुए एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने शक के आधार पर पति को हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहपना है कि पहचान के लिए कंकाल को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा जाएगा।

 

इन सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस

-तीन महीने से मां और बेटी गायब थी तो पति व उसके मायके वालों ने तलाशा क्यों नहीं

-पुलिस में गुमशुदगी के लिए तहरीर दी थी तो फिर एसआई ने उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की

-यदि गुमशुदगी दर्ज नहीं की गई थी तो फिर से पुलिस या अधिकारियों से क्यों शिकायत नहीं की

-जब एक दिन पहले ही कंकाल मिलने का पता चला तो फिर पुलिस को क्यों नहीं बताया गया

-क्या पति ने ही हत्या की है या फिर कोई और हत्या में शामिल है

 

महिला और उसकी बेटी के कंकाल मिले हैं। पति पर हत्या का आरोप लगा है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

मुनिराज जी, एसएसपी