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PATNA : धरती पर भगवान का रूप माने जाने वाले एक डॉक्टर का बेरहम चेहरा सामने आया है. एक पेशेंट की मौत के बाद डॉक्टर ने डेड बॉडी को रुपए के लिए 24 घंटे तक बंधक बनाए रखा. पुलिस भी अस्पताल प्रबंधक के आगे नतमस्तक हो गई थी. बाद में आस-पास के लोगों ने इसका विरोध किया तब बॉडी मिली. इसके बाद परिवार के लोग बॉडी लेकर घर गए और अंतिम संस्कार किया.

थमा दिया 87 हजार का बिल

सीतामढ़ी निवासी मीना देवी को ब्रेन ट्यूमर हो गया था. इलाज के लिए उनके परिजन दीघा-आशियान रोड स्थित मार्क अस्पताल लेकर आए थे. यहां पर गुरुवार सुबह करीब 10 बजे इलाज के दौरान मीना देवी की मौत हो गई. डॉक्टर ने 87 हजार रुपए का बिल दिया और कहा कि रुपए काउंटर पर जमा कर दो और डेड बॉडी ले जाओ. पेशेंट की मौत के बाद परेशान परिजन डेड बॉडी को छोड़कर रुपए की व्यवस्था करने गए लेकिन शाम तक उन्हे कहीं से रुपया नहीं मिला. शाम में आकर डॉक्टर से वो लोग फिर विनती किए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. स्थिति ये थी रात तक वो लोग बैठे रहे लेकिन डॉक्टर का दिल नहीं पसीजा. बाद में आस-पास के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो लोगों ने विरोध किया. इसके बाद परिजनों को बॉडी मिली. परिजनों के चेहरे पर गमी होने के बाद बावजूद बॉडी मिलने की खुशी साफ दिख रही थी.

पुलिस भी डरती है डॉक्टर से

बॉडी लेने के लिए परिजन हर जतन करते रहे. परिजनों ने दीघा थाने में फोन किया. सूचना मिलने के बाद थानेदार वहां आए और कहा कि आप अगर उतना रुपए नहीं दे सकते तो कम से कम 35 हजार रुपए ही दे दो. परिवार के पास घर लाश ले जान तक के लिए रुपया नहीं था. वो लोग पुलिस से मुफ्त में बॉडी के लिए मिन्नते करते रहें लेकिन पुलिस भी भगवान के आगे नतमस्तक हो चुकी थी. बाद में पुलिस भी वहां से चली गई.