RANCHI : लातेहार जिले के बालूमाथ से अपह्रत रेलवे इंजीनियर मधु समझदार की डेड बॉडी टोरी-शिवपुर रेलवे लाइन के चल रहे निर्माण कार्य को लेकर बनाए गए कैंप ऑफिस से सौ मीटर दूर स्थित एक गढ्डे से बरामद की गई। परिजन जहां हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जता रहे हैं, वहीं पुलिस का कहना है कि गढ्डे में गिरने से इंजीनियर की मौत हुई है। मृतक के शरीर में कोई भी चोट का निशान नहीं मिला है एवं दोनों मोबाइल उनके पैकेट से बरामद किया गया है। इंजीनियर के शव बरामदगी की सूचना मिलते ही पलामू रेंज के डीआईजी विपुल शुक्ला और लातेहार के एसपी धनजंय सिंह दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। डीआईजी ने कहा कि तमाम एंगल से इंजीनियर के मौत मामले की जांच चल रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

मंगलवार की शाम से थे लापता

मंगलवार की देर शाम बालूमाथ थाना एरिया के बुकरु स्थित महुआटांड टोले के पास से मधु समझदार लापता हो गए थे। वे यहां रेलवे पुल के चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए आए थे। उनके साथ आए रेलवे के सीनियर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आरके सिंह के मुताबिक, निरीक्षण करने के बाद रेलवे के अधिकारियों की निर्माण काम करा रही रॉयल इंफ्रा कंपनी के साथ बैठक हो रही थी। इसी बीच मधु के मोबाइल फोन पर कॉल आया। वे मोबाइल पर ही बात करते हुए बाहर निकल गए। काफी देर तक जब वे नहीं लौटे तो हमने उन्हे खोजना शुरू किया, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। ऐसे में इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी गई। इंस्पेक्टर और थानेदार ने टीम बनाकर रात में ही कई ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन इंजीनियर मधु का कोई सुराग नहीं मिल पाया था।

सीएस-डीजीपी को दी थी सूचना

पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि

बालूमाथ में रेलवे साइट से इंजीनियर मधु समझदार के अपहरण किए जाने की सूचना मंगलवार की रात ही मुख्य सचिव राजबाला वर्मा और डीजीपी डीके पांडेय को दे दी गई थी। डीजीपी ने मंगलवार की ही रात एसपी धनंजय सिंह को कॉल कर इंजीनियर की सकुशल बरामदगी के निर्देश दे दिए थे। इतना ही सुबह, बुधवार की सुबह डीजीपी ने इंजीनियर के अपहरण मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय में जांच एजेंसीज के अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की थी। उन्होंने दावा किया था कि इंजीनियर को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा, पर शाम में उनकी डेड बॉडी मिली।

फिरौती को लेकर परिजनों को कोई कॉल नहीं

रेलवे इंजीनियर मधु समझदार टोरी स्टेशन पर तैनात थे, जबकि उनकी फैमिली हजारीबाग में निवास करती है। मूल रूप से वे गिरिडीह के बगोदर के रहने वाले थे। इधर, परिजनों का कहना है कि उनके अगवा किए जाने के बाद अपहर्ताओं की ओर से फिरौती को लेकर किसी तरह का कॉल नहीं आया था। ऐसे में किन वजहों से उन्हें अगवा कर अपराधियों ने मार डाला, कह पाना मुश्किल है।

छापेमारी के लिए बनी थी कई टीम

डीआइजी विपुल शुक्ला, एसपी धनंजय सिंह नेतृत्व में लातेहार, चतरा, रांची व पलामू की पुलिस अपह्रत इंजीनियर की बरामदगी के लिए पिछले 60 घंटों से संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। इसके लिए कई पुलिस पदाधिकारियों की अलग-अलग टीम भी बनाई गई थी। वहीं एटीएस एवं एसटीएफ के पदाधिकारी भी बालूमाथ पहूंचकर स्थिति का जायजा लिया था। दर्जनों पूर्व अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी, लेकिन फिर भी इंजीनियर मधु समझदार की सकुशल बरामदगी में पुलिस विफल रही।

पीएमओ की निगरानी में बन रहा है रेल लाइन

टोरी-शिवपुर लाइन प्रधानमंत्री कार्यालय की निगरानी में बन रही है। 1700 करोड़ का यह प्रोजेक्ट 2017 के अंत तक पूरा होना है। 42 किमी की इस सिंगल रेल लाइन का काम वर्ष 2002 से चल रहा है। इंजीनियर मधु समझदार इसी रेल लाइन का निरीक्षण करने के लिए बालूमाथ आए ते, लेकिन यहीं से उन्हें अगवा कर हत्या कर दी गई। इधर, रेल मंत्रालय को इसकी जानकारी दे दी गई है। रेलवे इंजीनियर की अपहरण के बाद हुई हत्या को लेकर रेल मंत्रालय ने स्थानीय प्रशासन से पूरी जानकारी देने को कहा है।