-ठेले-रिक्शे पर खुले में नहीं ले जा सकेंगे शव

-अक्सर ऐसी तस्वीरें सामने आती हैं, जिनमें शवों की होती है दुर्गति

BAREILLY: अक्सर देखने में आता है कि लावारिस मिलने वाले शवों की दुर्गति की जाती है। शवों को अमर्यादित तरीके से ठेले-रिक्शे पर लेकर जाया जाता है। बरेली में पिछले महीने 15 मई को शाही में आंधी से मीनार गिरने से 5 लोगों की मौत के मामले में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। यहां तो पोस्टमार्टम हाउस पर ही शवों को स्ट्रेचर की बजाय लकड़ी के डंडों से उठाया गया था। शवों के साथ अमर्यादित रवैया अपनाने को लेकर डीजीपी ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। क्योंकि इससे पुलिस की छवि खराब हो रही है। अब शवों की दुर्गति करने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मृत के शवों को एंबुलेंस या फिर बंद वाहन में ही सुरक्षित ले जाया जाएगा। पुलिस के पास शवों के परिवहन के लिए वाहन मौजूद हैं।

ओपन व्हीकल में भेज देते हैं शव

जब भी किसी वारदात स्थल पर कोई शव मिलता है तो पुलिस की जिम्मेदारी होती है कि शव को मर्यादित तरीके से पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचाया जाए। खासकर लावारिस लाशों के मामले में ज्यादा ध्यान देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होता है। सिटी एरिया में या तो ठेले, रिक्शे या फिर टेम्पो में शव रखकर भेज दिया जाता है। रूरल एरिया में भी शवों को खुले वाहन में भेज दिया जाता है। जबकि इसके लिए एम्बुलेंस या सरकारी शव वाहन का इस्तेमाल करना चाहिए।

शव वाहनों का नहीं हो रहा इस्तेमाल

शवों की दुर्गति न हो इसके स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी दो सरकारी शव वाहन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में उपलब्ध कराए गए हैं। यह वाहन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बनी मोर्चरी के बाहर खड़े रहते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल शवों को ले जाने में नहीं होता है। यह सिर्फ शोपीस ही बने हुए हैं। आंधी में मरने वाले शवों को भी इन्हीं वाहन से डीएम ने ले जाने के निर्देश दिए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ था।

क्या कहते हैं सिद्धांत

-मानवता के सिद्धांतों की नजर से निंदनीय

-विधिक दृष्टि से भी शव को सुरक्षित ले जाना चाहिए

डिस्पोजल पॉलीबैग में करना होगा सील

-शवों को ठेले, रिक्शा व टेम्पो में लेकर नहीं जा सकेंगे।

-शवों को एम्बुलेंस या बंद वाहन में ही ले जाया जाएगा

-घटनास्थल पर शव को सील करने के बाद डिस्पोजल बॉडी बैग्स में ही रखा जाएगा

-संक्रमण से बचने के लिए शव को सील करते वक्त हैंड ग्लब्स व मॉस्क का इस्तेमाल करना चाहिए