पता निकला गलत

कलुआ पुत्र सुल्तान निवासी आजमपाड़ा का है। कलुआ 25 जून को ईदगाह के पास लावारिश हाल में बेहोश पड़ा था। पुलिस ने उसे जिला हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। 29 जून को देर रात कलुआ की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसकी जेब से निकले कागज में एक पता मिला। पुलिस ने उस पते पर जाकर पूछताछ की। लेकिन, पता गलत निकला। पुलिस ने मृतक के बारे में नजदीक के लोगों से भी जानकारी की। लेकिन, उसके बारे में कोई भी कुछ नहीं बता पाया।

ढाबे पर करता था काम

सुरेश 32 साल पुत्र गंगाराम निवासी अवागढ़ का है। सुरेश अंजना सिनेमा के सामने स्थित ढाबे पर काम करता था। 29 जून दोपहर एक बजे रोटी बनाते में बेहोश हो गया। ढाबा संचालक वहां से भाग गया। नजदीक के लोगों ने पुलिस को एक व्यक्ति के बेहोश होने की सूचना दी। पुलिस ने बेहोशी की अवस्था में एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। सुरेश को इलाज के दौरान कई ड्रिप चढ़ाई गई। लेकिन, देर रात को उसकी मौत हो गई।

कूड़ा बीनकर पीता था शराब

सैटरडे मॉर्निंग आठ बजे छीपीटौला के पास सड़क किनारे युवक का शव देख लोगों की भीड़ लग गई। राहगीरों ने शव मिलने की सूचना पुलिस क ो दी। भीड़ में से किसी राहगीर ने उसकी पहचान अनिल 26 साल ओलिया रोड रकाबगंज के रूप में की। अनिल कूड़ा बीनने का काम करता था। कूड़ा बेचकर जो पैसे मिलते उनको नशे में खर्च करता था।

होटल बंद कर भागा संचालक

बबलू श्रीवास्तव 34 साल निवासी नगल पदी का है। वह कई सालों से घर से बाहर रह कर स्वामी होटल न्यू आगरा में काम करता है। बबलू को नशे का लती है। पूरी की पूरी सेलरी नशेबाजी में उड़ा देता है। सैटरडे को बबलू ने दिन में ही शराब पी ली। इससे वह बेहोश हो गया। बबलू की होटल पर ही मौत हो गई। स्वामी होटल संचालक बबलू के शव को बाहर गेट पर रखकर होटल बंद कर भाग गया। बबलू का कोई परिजन मौके पर नहीं पहुंचा। पुलिस ने मृतक सभी लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।