- वर्ष 1993 में दो सफाई कर्मियों की सीवर में फंसकर हुई थी मौत, मिला मुआवजा

- वेडनसडे को फिर 1 सफाई कर्मचारी की सीवर सफाई के दौरान मौत, दी श्रद्धांजलि

BAREILLY:

वर्ष 1993 में सीवर साफ करते हुए दर्दनाक हादसे के मृतकों के परिजनों को 24 वर्षो बाद मुआवजा मिला है। नगर आयुक्त ने बाकरगंज के वाल्मीकि बस्ती निवासी मृतक कल्लू और राजीव के परिजनों को वेडनसडे नगर आयुक्त कार्यालय में 10-10 ला2ा रुपए का चेक प्रदान किया है। बता दें कि मृतकों के परिजनों को वर्ष 1995 में मृतक आश्रित कोटे से कल्लू के बेटे विजय और राजीव की बेटी नेहा को नौकरी दे दी गई थी, लेकिन मुआवजा नहीं मिल सका था। पिछले दिनों शहर के दौरे पर आए नगर विकास मंत्री ने मुआवजा देने की घोषणा की थी, जिसके बाद उन्हें चेक दिया गया है।

हार्ट अटैक से कर्मचारी की मौत

नगर निगम के बिहारीपुर निवासी 28 वर्षीय सफाई कर्मचारी अर्जुन को सुबह सीवर साफ करते समय अचानक हार्ट अटैक पड़ गया। तड़पता दे2ा राहगीरों ने उसे जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां डॉ1टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि अर्जुन नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में मृतक आश्रित के तहत कार्यरत था। परिजनों के मुताबिक वेडनसडे सुबह आलमगीरी गंज में सीवर साफ करने गया था, वही पर हार्ट अटैक के चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। मां जुगरा बाई ने बताया कि 8 वर्ष पहले पिता की भी काम के दौरान मौत हो गई थी। उसके बाद उसके 5ाई शिवा की मौत 5ाी काम के दौरान ही हुई और अब परिवार में सबसे छोटे अर्जुन की 5ाी मौत हो जाने से उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ ने कार्यालय पर मृतक को शोक स5ा आयोजित कर श्रद्धांजलि अर्पित की है।