-वाहन स्टैंड शुल्क के नाम खुलेआम बस चालकों से की जा रही है दादागीरी

-राजस्थान व महाराष्ट्र से श्रद्धालुओं को लेकर आए बस चालकों ने दारागंज थाने में दी तहरीर

PRAYAGRAJ: संगम को पर्यटन हब बनाने में जुटी योगी सरकार के सपने को कुछ दबंग तोड़ने में जुटे हुए हैं। वाहन स्टैंड की वसूली के नाम पर यहां श्रद्धालुओं को लेकर आने वाले वाहन चालकों से खुलेआम दबंगई की जारही है। छावनी परिषद इलाहाबाद परेड संगम क्षेत्र में 400 से 500 रुपए जबरिया वाहन स्टैंड शुल्क वसूले जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रविवार को दारागंज थाने में आया। राजस्थान से श्रद्धालुओं को लेकर आए दो बस चालकों ने पुलिस को मामले की तहरीर दी है। चालकों ने स्टैंड शुल्क वसूली करने वालों पर जबरिया जेब से 2000 रुपए छीनने व धमकी देने का आरोप लगाया है।

बस चालक के साथ बदसलूकी

रविवार सुबह राजस्थान स्थित माली जनपद के सवाई माधोपुर निवासी बस चालक मुरानी माली पुत्र रमेश माली ने पुलिस को तहरीर दी। बताया कि वह राजस्थान से श्रद्धालुओं को लेकर संगम आया है। साथ में एक और बस है जो महाराष्ट्र मुम्बई से श्रद्धालुओं के लेकर आई है। इस दूसरी बस के चालक नवी मुम्बई निवासी भारत सूर्यवंशी पुत्र लक्ष्मण सूर्यवंशी हैं। दोनों बसें संगम क्षेत्र प्रयाग पहुंचीं तो कुछ लोग वाहन स्टैंड की पर्ची कटवाने के लिए कहने लगे। जब उनसे यह पूछा गया कि किस चीज की पर्ची काट रहे हैं तो वह दबंगई पर उतर आए। मुरानी माली ने बताया कि जबरदस्ती वह शर्ट के ऊपर की जेब में मौजूद 2000 रुपए की नोट निकाल लिए। जब दूसरी बस के चालक ने विरोध किया तो वह धमकी देने लगे। इस पर कहा गया कि यदि यहां पर्ची कटती है तो हम कटवा लेंगे। इतने में दबंग के साथ रहे एक युवक ने वाहन स्टैंड की दो पर्ची पकड़ाते हुए कहा कि यदि ज्यादा बोलोगे तो बहुत मारे जाओगे। उन लोगों ने जेब से निकाले गए रुपए भी वापस नहीं दिए। उनके द्वारा दी गई पर्ची पर छावनी परिषद इलाहाबाद परेड संगम क्षेत्र के साथ 300 रुपए लिखे हुए हैं। दोनों ही पर्ची पर 12180 नंबर लिखा हुआ है।

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जांच में भी मिली थी अवैध वसूली

-कुछ हफ्ते पूर्व भी वाहन स्टैंड के नाम पर निर्धारित रेट से अधिक वसूली का मामला प्रकाश में आया था।

-तब सेना के एक अधिकारी ने खुद मौके पर जाकर मामले की जांच की थी और बात मिली थी।

-बताते हैं कि इसके बाद उन्होंने वाहन स्टैंड के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी, बावजूद इसके इस वसूली पर विराम नहीं लगा।

-छावनी परिषद इलाहाबाद परेड संगम क्षेत्र में वाहन स्टैंड के टेंडर की प्रक्रिया सेना के अधिकारियों द्वारा की जाती है

वर्जन

चालकों ने मामले की तहरीर थाने में दी है। रिपोर्ट दर्जकर मामले की छानबीन व कार्रवाई की जाएगी। तहरीर में वसूली करने वालों का नाम नहीं है। इसलिए जांच के बाद ही उनका नाम प्रकाश में आ सकेगा।

-आशुतोष तिवारी, इंस्पेक्टर दारागंज