17 जनवरी को निकली थी घर से

ताशी और नुंग्शी 17 जनवरी को अपने इस फोर्थ सबमिट अभियान के लिए घर से निकली थी। इस अभियान में उनके साथ 3 अन्य क्लाइबंर थे, जिनमें दो अर्जेंटीना के और एक आयरलैंड से बिलॉन्ग करते थे। एकोनकागुआ को सबमिट करने वाली ताशी व नुंग्शी पहली ट्विंस सिस्टर हैं।

2012 में की थी शुरुआत

अपने सेवन सबमिट अभियान की शुरुआत दोनों सिस्टर्स ने वर्ष 2012 में अफ्रीका के सबसे ऊंची पीक माउंट क्लीमनजारो करीब 19000 फीट को सबमिट कर किया था। इसके बाद वर्ष 2013 मई मंथ में दुनिया की सबसे ऊंची पीक माउंट एवरेस्ट करीब 8850 मीटर को सबमिट किया। इसी साल अगस्त मंथ में यूरोप की सबसे ऊंची पीक माउंट एल्ब्रूश को सबमिट किया। अपने डेढ़ साल के अभियान में इन ट्विंस सिस्टर ने दुनिया की चार सबसे ऊंचे माउंट को सबमिट कर एक वल्र्ड रिकॉर्ड कायम किया है।

थर्सडे नाइट को किया सबमिट

ट्ंिवस सिस्टर के फादर कर्नल विरेन्द्र मलिक ने बताया कि सैटेलाइट मैप के अनुसार दोनों सिस्टर्स ने इंडियन टाइम के अनुसार रात 10 से 12 बजे के बीच एकोनकागुआ माउंट पर झंडा फहराया, जबकि इंडियन टाइम के अनुसार सैटरडे मॉर्निंग करीब साढ़े पांच बजे तक दोनों सिस्टर्स एकोनकागुआ माउंट से नीचे उतर कर मैंडोजा पहुंच जाएंगी। मैंडोजा अर्जेंटीना का वह छोटा सा शहर हैं, जहां से एकोनकागुआ माउंट के लिए क्लाइबिंग की शुरुआत होती है। 5 फरवरी को ट्विंस सिस्टर दिल्ली पहुंच जाएंगी और 7 फरवरी को दून पहुंचेंगी।