पिता ने मौके पर तोड़ दिया था दम, बेटे की अस्पताल में हुई मौत

ALLAHABAD: बजहा मिश्रान विद्युत उपकेन्द्र अन्तर्गत बिगहिया गांव में शनिवार को करंट की चपेट में आने से 60 वर्षीय किसान लालजी तिवारी और उनके बेटे अभिजीत (18) की मौत हो गई। सुबह करीब छह बजे गांव के पास से गुजरने वाले ग्याहर केवी फीडर कनकपुर के समीप लगे पोल का इंसुलेटर पंक्चर हो गया था। इससे तार टूट कर जमीन पर गिर पड़ा। तार गिरने से करंट विद्युत पोल और जमीन में उतर गया। इसकी चपेट में गेहूं की कटाई कर रहे पिता व पुत्र आ गए। लालजी तिवारी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बेटे को गंभीर हालत में एसआरएन हॉस्पिटल लाया गया था। यहां डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित किया।

एसआरएन में हुई बेटे की मौत

सुबह छह बजे पिता व पुत्र हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए तो आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया। लालजी तिवारी के बड़े भाई त्रिभुवन तिवारी शोर सुनकर मौके पर पहुंचे। तब तक लालजी की मौत हो चुकी थी और अभिजीत तिवारी बुरी तरह से झुलस गए थे। अभिजीत को एसआरएन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। डॉक्टर्स के काफी प्रयास के बावजूद इलाज के दौरान अभिजीत की भी मौत हो गई। लालजी तिवारी के बड़े भाई त्रिभुवन तिवारी ने हादसे की सूचना बजहा मिश्रान उपकेन्द्र के एसडीओ दान बहादुर को फोन पर देनी चाही तो उनका फोन स्विच ऑफ बता रहा था। पोल में करंट उतरने के बावजूद लाइन चालू रही तो आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। सूत्रों की मानें तो उपकेन्द्र के कर्मचारियों को इसकी जानकारी मिल गई थी लेकिन ग्रामीणों के गुस्से की वजह से कोई भी गांव में नहीं गया।

एक घंटे बाद पहुंचे अफसर

ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ा तो एसडीएम हंडिया फोर्स और बिजली विभाग के कर्मचारियों को लेकर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की अधिकारियों से जमकर नोकझोक हुई। ग्रामीण मृतक के परिजनों को मुआवजा की मांग पर अड़े थे। पुलिस प्रशासन ने अधिशाषी अभियंता शंकर साही से बात की। तब ग्रामीणों को हादसे की जांच कराकर मुआवजा का आश्वासन दिया गया।

मुख्यालय भेजी गई रिपोर्ट, होगी जांच

बिजली विभाग के अधिकारियों की ओर से सुबह दस बजे तक हादसे की जांच कराने के लिए विद्युत सुरक्षा निदेशालय को पत्र भेजा गया। अधिकारियों की मानें तो निदेशालय की जांच टीम मौके पर जाकर दो दिन के भीतर किन कारणों से पिता व पुत्र की मौत हुई है इसकी पड़ताल करेगी। विभागीय अधिकारियों की मानें तो ऐसे प्रकरण में पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा विभाग की ओर से दिया जाता है।

11 केवी फीडर की लाइन से जुड़े पोल का इंसुलेटर पंक्चर हो गया था। इसमें हाईटेंशन तार बंधा था। हादसे की सूचना निदेशालय को भेज दी गई है। सोमवार तक जांच रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद मृतक के परिजनों को रिपोर्ट के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।

धनंजय कुमार,

अवर अभियंता, बजहा मिश्रान उपकेन्द्र