- टेसाहीखुर्द में बेटी का बुधवार को तिलक लेकर जाना था

- बर्बाद फसल देख बेटी के शादी की ¨चता में किसान की मौत

FATEHPUR: ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के बाद जब फसल काटने की बारी आई तो आसमान से गिर रही आग के बीच काली पड़ी फसल को देखकर किसानों की सदमें से मौत होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालत यह है कि फसल बर्बादी से बेटियों की तय शादी टूट रही हैं और प्रशासन व शासन मुआवजा के नाम खानापूरी कर रहा है। जिससे बदहवास किसान परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गया है।

बेटी की शादी कैसे होगी

खागा कोतवाली के टेसाहीखुर्द गांव निवासी भ्7 वर्षीय किसान विजयपाल सिंह अपनी पत्नी फूलमती च् बच्चों अभिलेखा, अरविंद के साथ ससुराल दसईपुर गढ़ा थाना किशनपुर में रहते थे। किसान ने बेटी की शादी खागा कोतवाली के कटोघन में तय कर दी थी। बुधवार को तिलक लेकर जाना था इसलिए वह अपने परिवार के साथ पैतृक गांव टेसाहीखुर्द आए। साढ़े तीन बीघा खेत में उन्होंने गेहूं, चना व लाही बोए थे। खेत गए तो देखा कि फसल पूरी काली पड़ गई है.अब वह बेटी की शादी कैसे करेगा। इस ¨चता में डूबा किसान सीधे घर पहुंचा और कुछ देर में ही सदमे से उसकी मौत हो गई।

फसल बर्बाद हो गई थी

गमजदा पत्नी फूलमती का कहना था कि बर्बाद फसल देखकर उन्हें यह ¨चता सताने लगी कि बेटी के हाथ अब कैसे पीले होंगे, इसी सदमे उनकी मौत हो गई। परिवार में खुशी का माहौल मातम में बदल गया। नाते रिश्तेदार व पड़ोसी ढांढ़स बंधाते रहे।

फसल देखते ही बेहोश हो गया

इसी प्रकार औंग थाने के कौडि़या गांव निवासी ब्भ् वर्षीय राजकुमार निषाद अपने तीन बीघा खेत में गेहूं को काटने गए थे। बालियों में काला गेहूं देखकर वह सदमे से बेहोश हो गए और कुछ देर में ही उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर उक्त दोनो किसानों की मौत पर राजस्व टीम मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर रही है।