- इलाज के अभाव में हुई कर्मचारी की मौत, 1090 पर शव रख किया गया प्रदर्शन

LUCKNOW :

अंबेडकर पार्क में तैनात बिजली सफाई कर्मचारी की मौत हो गई। परिजनों और साथी कर्मचारियों ने एलडीए को मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए विरोध जताया और 1090 चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। ये लोग एलडीए के अधिकारियों को मौके पर बुलाने के साथ मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। इन्होंने आरोप लगाया कि पार्क में तैनात कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। मृतक वेतन न मिलने के कारण अपना इलाज भी नहीं करा सका।

मकान का किराया देने तक का पैसा नहीं

अंबेडकर पार्क में 2011 से तैनात अशोक कुमार की शनिवार को बीमारी से मौत हो गई। वह पार्क में बिजली सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात थे और जियामऊ में किराए के मकान में पत्नी गुड्डी देवी और दो बच्चों के साथ रहते थे। परिजनों का आरोप है कि एलडीए से उनका वेतन मिलता है लेकिन पिछले तीन माह से उन्हें वेतन नहीं मिला। जिसके चलते वे न तो मकान का किराए दे सके और ना ही अपना इलाज करा सके।

53 सौ कर्मचारियों को नहीं मिल रहा वेतन

दोपहर करीब डेढ़ बजे सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों ने अशोक का शव 1090 चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। कर्मचारियों का कहना था कि पीडि़त परिवार के पास इतना पैसा भी नहीं है कि वे शव को पैतृक गांव गोरखपुर लेकर जा सकें। कर्मचारियों का आरोप है कि पार्क में तैनात करीब 53 सौ कर्मचारी हैं जिनको पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। कई परिवारों के बच्चों का तो स्कूल से नाम भी कट गया है।

एक माह के वेतन का आश्वासन

शव रखकर जाम लगने की सूचना पर सीओ हजरतगंज अभय मिश्र, इंस्पेक्टर आनंद शाही, इंस्पेक्टर हुसैनगंज आनंद शुक्ला, इंस्पेक्टर गौतमपल्ली विजय सेन सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। कर्मचारियों के आग्रह पर पुलिस ने एलडीए के अधिकारियों से संपर्क किया। पार्क से अधिकारी मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों की समस्या सुनी। अधिकारियों ने तत्काल एक माह का वेतन देने का आश्वासन दिया और मृतक कर्मचारी अशोक के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को दस हजार रुपए नगद दिए।