-पुलिस भर्ती दौड़ के दौरान जान गंवाने वाले मोहित के परिजन पहुंचे बनारस

- दो बहनों में था एकलौता भाई, पिता हैं किसान

VARANASI

पुलिस भर्ती प्रक्रिया के दौरान गुरुवार को जान गंवाने वाले फतेहपुर के मोहित तिवारी की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है। घर का एकलौता बेटा मोहित पुलिस विभाग से रिटायर्ड अपने दादा के सपने को पूरा करने के लिए दौड़ा था लेकिन किसी को क्या पता था कि ये दौड़ उसकी आखिरी दौड़ होगी। शुक्रवार को मोहित के परिजन बनारस पहुंचे और लाश का पोस्टमार्टम कराने के बाद देर शाम लाश लेकर घर रवाना हो गए।

तबीयत बिगड़ी थी मोहित की

फतेहपुर का रहने वाला मोहित गुरुवार को पुलिस भर्ती के लिए भूल्लनपुर पीएसी ग्राउंड पहुंचा था। दौड़ पूरी करने के बाद तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को मोहित के चचेरे दादा सूर्यभान तिवारी उसकी बॉडी लेने पहुंचे। मंडुवाडीह पुलिस ने कार्रवाई पूरी करने के बाद देर शाम डेड बॉडी उन्हें सौंप दी। दादा ने बताया कि मोहित दो बहनों में दूसरे नंबर पर था। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। पिता अरविंद तिवारी किसान हैं और मां गीता देवी हाउस वाइफ हैं। सगे दादा लक्ष्मी नारायण तिवारी और चचेरे दादा सूर्यभान यूपी पुलिस में एसआई के पद से रिटायर्ड हैं। दादा की ही इच्छा थी कि पोते के भी तन पर उनकी तरह खाकी सजे लेकिन ऐसा हो न सका।

शादी के घर में मचा कोहराम

मोहित की मौत की खबर उसके घर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया क्योंकि मोहित के चाचा की गुरुवार को शादी थी और बारात निकलने से पहले घर वाले उसे बार बार फोन कर जल्दी आने का प्रेशर बना रहे थे लेकिन जब मोहित की मौत की खबर पहुंची तो बड़े आयोजन को कैंसिल कर दो लोगों संग दूल्हे को भेजकर शादी की रस्म पूरी कराई गई।