-डॉक्टर व महिला स्टाफ पर रुपए मांगने का आरोप, नहीं किया एडमिट

-मौत के बाद जबरन शव निजी वाहन से घर भेज दिया, तीन दिन पहले हुई थी घटना

>BAREILLY :

नवाबगंज सीएचसी में एक गर्भवती महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने महिला को भर्ती करने के नाम पर रुपए मांगे। इलाज न मिल पाने के चलते उसकी मौत हो गई। वहीं, डॉक्टर्स का कहना है कि महिला को रेफर कर दिया गया था। परिजन उसे ले नहीं जा रहे थे, जिसके चलते उसकी मौत हो गई.नाराज पति ने थर्सडे को पुलिस को तहरीर दी।

पुलिस ने दजर् किए बयान

नवाबगंज के गांव लाईखेड़ा निवासी इतवारी लाल मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। उनके पांच बेटियां हैं। पत्‍‌नी नेमा देवी को 1 अक्टूबर प्रसव पीड़ा होने पर 102 एंबुलेंस से आशा के साथ सीएचसी पर ले गए। आरोप है कि हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर व अन्य स्टाफ ने उनकी पत्नी को भर्ती नहीं किया। वह हॉस्पिटल में बेड खाली न होने की बात कह उसे टरकाने लगे। बाद में हॉस्पिटल के कर्मचारी उससे एक हजार रुपए की मांग करने गले, लेकिन उसके पास रुपए न होने पर उसकी पत्नी हॉस्पिटल के फर्श पर दो घंटे तक दर्द से तड़पती रही। पति डाक्टरों से पत्नी को बचाने के लिए गुजारिश करता रहा। लेकिन स्टाफ ने एक न सुनीं। आखिर दर्द से तड़प-तड़प कर प्रसूता की सांस थम गई। आरोप है कि हॉस्पिटल कर्मियों ने उसे निजी वाहन से घर भेज दिया। कस्बा पुलिस चौकी इंचार्ज अशोक कुमार ने हॉस्पिटल डॉक्टर व अन्य स्टाफ के बयान दर्ज किए। डॉक्टर विभु अग्रवाल ने बताया कि महिला एक अक्टूबर को सुबह नौ बजे हॉस्पिटल आई थी। प्रसव पीड़ा के दौरान उसे दौरे पड़ने लगे थे। उसे दवाई दी गई थी। उसकी हालत बिगड़ने पर उसे बरेली रेफर कर दिया गया था। उसके परिजन किस वाहन से उसे ले गए, इसकी हमें जानकारी नहीं है।