-पहले पतालेश्वर में गोली चलने से एक युवक के मौत के कुछ ही देर बाद नई सड़क में गोली चलने की आई खबर

-अलग-अलग हुई वारदात में दो की मौत से सकते में आ गई थी बनारस पुलिस

शुरुआत में अलग-अलग स्थानों पर गोली चलने से दो युवकों की मौत होने की खबर सुनते ही बनारस पुलिस का माथा चकरा गया था। काफी देर तक चले हाई वोल्टेज ड्रामा को समझने में पुलिस को काफी उलझनों से गुजरना पड़ा। हुआ यूं कि पहली खबर आई कि दशाश्वमेध थाना एरिया के पतालेश्वर में राकेश अग्रहरी (32 वर्ष) को बदमाशों ने गोली मार दी, स्पॉट पर ही राकेश की मौत हो गई। इसके ठीक दस मिनट बाद खबर आई कि नई सड़क स्थित लंगड़ा हाफिज मस्जिद के पास गोली लगने से घायल एक युवक को पीआरवी ने कबीरचौरा अस्पताल पहुंचाया है। वहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। डबल मर्डर सुनते ही पुलिस प्रशासन हांफने लगा।

आईजी, एसएसपी पहुंचे स्पॉट पर

कुछ देर बाद जब एसपी सिटी कबीरचौरा अस्पताल पहुंचे और दोनों शव को देखने के बाद मीडिया कर्मियों को बताया कि दोनों की मौत क्रॉस फायरिंग में हुई है। इसके बाद मामला समझते हर किसी को देर नहीं लगी। एडीजी जोन पीवी रामाशास्त्री, आईजी जोन विजय सिंह मीणा और एसएसपी आनंद कुलकर्णी घटनाक्रम की पल-पल की डिटेल ले रहे थे। पतालेश्वर और नई सड़क स्पॉट पर पहुंचे आईजी और एसएसपी ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगलवाए। चंद चश्मदीदों से जानकारी भी ली।

सौतेली मां पर चलाई थी गोली

रईस बनारसी के साथ मारे गए राकेश अग्रहरी का भी आपराधिक इतिहास रहा है। दशाश्वमेध थाने में उसके खिलाफ आधा दर्जन मुकदमें दर्ज हैं। 30 अप्रैल 2017 को अपनी सौतेली मां मीरा देवी पर गोली चलाकर राकेश सुर्खियों में आया था। हालांकि छर्रे लगने से मीरा सिर्फ घायल हुई थीं। बंगाली टोला पतालेश्वर मंदिर एरिया के मुहल्ले में परचून की दुकान चलाने वाले बंशी अग्रहरी की पहली पत्‍‌नी स्व। गीता देवी का राकेश छोटा बेटा था। राकेश अपनी दुकान के बाहर मंदिर के चबूतरे पर बैठा था तभी बदमाशों के बीच फायरिंग हुई और वह वहीं ढेर हो गया। इन दिनों वह रियल इस्टेट में अपना पांव पसार रहा था।