आगरा। बुधवार से ताज महोत्सव का शुभारंभ हो गया है। देशी-विदेशी पर्यटक का सिटी में आवागमन शुरू हो गया है। लेकिन, अफसोस की बात है कि जहां साफ-सफाई होनी चाहिए थी, वहीं कूड़ा-करकट फेंक दिया गया है। अब ऐसे में आप खुद ही विचार कीजिए कि काले ताज के सामने पड़ी गंदगी को देखकर विदेशी पर्यटक क्या छवि लेकर अपने देश लौटेंगे।

डस्टबिन नहीं रखे गए थे

मेरा आगरा प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान हुई गंदगी अब भी ताज नेचर वॉक में फैली हुई है। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को लंच पैकेट वितरित किए गए थे। लेकिन, उनके लिए न तो कोई डस्टबिन रखा गया और न ही कार्यक्रम के बाद उनको हटवाया गया।

सीएम की सीख भी नहीं आई काम

14 फरवरी को ताज नेचर वॉक में पद्मश्री सुदर्शन पटनायक द्वारा बालू से काला ताजमहल बनाया गया था। इसके सामने ही शाहजहां और मुमताज की बालू से फोटो भी बनाई थी। सीएम अखिलेश यादव ने सांसद पत्‍‌नी डिंपल यादव के साथ काले ताजमहल का अनावरण किया था। तब उन्होंने ताज नेचर वॉक में बेकार पड़ी वन विभाग की भूमि के सौन्दर्यीकरण करने के निर्देश दिए थे। सीएम ने कहा था कि जमीन पर बच्चों के लिए झूले लगाए जाएं, लोगों के बैठने के लिए बेंच लगाई जाएं। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया।

काले ताज पर 'गंदगी' के साथ फोटो शूट

एक ओर काले ताजमहल के सामने कूड़ा पड़ा हुआ है, वहीं दूसरी ओर यहां रोज देशी-विदेशी सैलानी फोटो शूट कराने पहुंच रहे हैं। मंगलवार को कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने भी ताज खेमा होटल के टीले पर प्रेस वार्ता की, लेकिन किसी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।