फ्राइडे को क्रेमेशन से एक दिन पहले उठाए गए यह अनूठा स्टेप काफी हद तक कामयाब भी रहा। दिनभर में तीन लाशों की पहचान हो गई।

और कुछ विरोध भी

आई नेक्स्ट ने वेडनेसडे को स्पेशल रिपोर्ट पब्लिश की थी जिनमें इन लावारिस लाशों की बुरी हालत के बारे में बताया गया था। यह भी बताया था कि किस तरह इन्हें बेनाम-लावारिस मानकर अंतिम संस्कार करने की नौबत आ गई है। इसके बाद थर्सडे को डीएम डा। हरिओम ने एक आखिरी तरीका आजमाया। उन्होंने डेडबॉडीज के फोटो डीएम की फेसबुक प्रोफाइल पर अपलोड कर दीं। हालांकि सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म पर ऐसी वीभत्व तस्वीरें देखकर कई लोगों ने काफी स्ट्रॉन्गली इन्हें हटाने को कहा, मगर तब तक रिजल्ट आना शुरू हो गया था। तीन डेडबॉडीज को उनके घरवालों ने पहचान लिया। एडीएम सिटी एसके सिंह के मुताबिक इनमें अलवर (राजस्थान) के सूबे सिंह, वेस्ट बंगाल की जलबावरी और गौरी सारंगी की बॉडीज शामिल हैं। रेलवे प्रशासन की तरफ से उनके दाह संस्कार के  लिए 15-15 हजार रुपये भी दिए हैं। अब फ्राइडे को बाकी डेडबॉडीज का क्रेमेशन कर दिया जाएगा। क्रेमेशन से पहले कोई क्लेमेंट पहुंच गया तो बात अलग है। इन डेडबॉडीज से कुछ सैंपल्स ले लिए गए हैं। क्रेमेशन के बाद अगर कोई रिश्तेदार आएगा तो उसकी डीएनए टेस्ट रिपोर्ट इन सैंपल्स की रिपोर्ट से मिलाई जाएगी। रिपोर्ट मैच होने पर ही आगे का प्रोसेस होगा.