- इसकी वजह से आबोहवा में भी घुल रहा है जहर
- डेवलपमेंट के लिए अंधाधुन काटे जा रहे हैं पेड़
- वहीं बसने के लिए पेड़ काट मकान बना रहे हैं लोग
GORAKHPUR: बढ़ती आबादी और जरूरतें अब लोगों की मुसीबत का सबब बनती जा रही है। हर रोज डेवलपमेंट की नई कवायद चल रही है, तो वहीं नई योजनाएं भी परवान चढ़ रही हैं। लोगों को सुविधाएं देने के लिए चल रही योजनाएं अब लोगों को परेशान कर रही हैं। कंक्रीट के जंगल हरियाली दूर कर रहे हैं, तो वहीं लोगों के लिए दुश्वारियां भी पैदा कर रहे हैं। हालत यह है कि डेवलपमेंट के लिए अंधाधुन पेड़ों की कटान हो रही है। जिससे पॉल्युशन का ग्राफ भी ऊपर आ रहा है। लोगों को सांस लेने के लिए साफ हवा नहीं मिल रही है, जिससे लगातार बीमारियां घेरने लगी हैं।
लगातार काटे जा रहे हैं पेड़
गोरखपुर का डेवलपमेंट इन दिनों काफी तेजी से हो रहा है। इसकी वजह से कुछ जगहों पर लोगों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं, तो वहीं कुछ जगह पेड़ों की कटान होने से ऑक्सीजन का संकट सामने आ रहा है। कूड़ाघाट, मोहद्दीपुर, पैडलेगंज, नौसड़ के साथ ही शहर के आउटर एरियाज में जहां फोर लेन रोड बनाई जा रही है, वहां अंधाधुन पेड़ों की कटान चल रही है। वहीं घर और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए भी खूब पेड़ काटे गए हैं, इनके तने और आसपास पड़ी हरी पत्तियां इस बात की गवाही दे रही हैं।
जिले में लगे थे 8 लाख पौधे
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के लिए 2016 में प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में पौधरोपण का प्रोग्राम रखा। इस अभियान को बल देने के लिए शहर में भी ब्रॉड प्लांटेशन ड्राइव चली। इसमें जनपद में करीब 792575 पौधे लगाए गए। मगर साल बीतने के बाद इसमें से 20 फीसद पौधे भी देखने को नहीं मिल रहे हैं। 2017 में रिकॉर्ड तो नहीं बना, लेकिन प्लांटेशन होने के बाद भी बचत नहीं हो सकी। पौधा लगवाने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट काफी चुस्त है। मगर उन्हें बचाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा सके, जिसका नतीजा यह रहा कि ज्यादातर पौधे लापरवाही की भेंट चढ़ गए।
2016 में कहां लगे कितने पौधे
- गोरखपुर में 132 स्थानों पर कुल 792575 पौधे लगाए गए।
- महराजगंज में कुल 54 साइट्स पर 447500
- सोहगीबरवा में डेढ़ लाख पौधे लगाए गए।
- देवरिया में 144 प्लेसेज पर 663462 पौधे लगाए गए।
- कुशीनगर में 84 प्लेसेज पर 447125 पौधे लगाए गए।
2017 में प्लांटेशन
- बांकी रेंज में 6 स्पॉट्स पर 33000 पौधे लगाए गए।
- गोरखपुर में 6 साइट्स पर 33000 पौधे लगे।
- सहजनवा में 9 स्पॉट्स पर 42375 पौधे लगाए गए थे।
- खजनी में भी 10 स्पॉट्स पर लगभग 55000 पौधों को लगाया गया था।
- परतावल में 4 स्पॉट्स पर 22000 पौधे लगे थे।
कुछ यूं है एयर क्वालिटी इंडेक्स
आवासीय क्षेत्र - 117
व्यवसायिक क्षेत्र - 178
औद्योगिक क्षेत्र - 191
मॉडरेट 101-200 - फेफेड़े, दिल के मरीजों के साथ ही सीनियर सिटीजन को सांस लेने में दिक्कत।