मुंबई(ब्यूरो)। दीपिका की शादी का लोगों में जितना कौतूहल था, उतना ही उनकी साडि़यों को लेकर भी देखने को मिल रहा है। जी हां, दीपिका की साडि़यां बेंगलुरु के एक 600 साल पुराने व्यवसाई परिवार के शोरूम से खरीदी गई थीं। बेंगलुरु के इस टेक्सटाइल बिजनेस के डिजाइन हेड व सीईओ के राधारमण कहते हैं, 'अभी तक सामान्य तौर पर काम होता था, पर अब मेरा काम बदल गया है।' मालूम हो कि जब से दीपिका ने अपनी शादी की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कीं, उनकी साडि़यों ने सबका ध्यान खींचा।
इस वजह से मिले साडी़ के 400 ऑर्डर
कोंकणी शादी में दीपिका ने नारंगी रंग कांजीवरम की साड़ी पहनी थी। इसके अलावा बेंगलुरु में हुए रिसेप्शन में भी उन्होंने मेटेलिक रंग की साड़ी पहनी थी। राधारमण कहते हैं कि अधिकतर मामलों में डिजाइनर ही सेलिब्रिटीज के कपड़े डिजाइन करते हैं, इसलिए सोशल मीडिया पर गलत तरीके से एक डिजाइनर को इन डिजाइनों का क्रेडिट दिया गया। वह कहते हैं कि शादी से पहले जब दीपिका अपनी मां और एक करीबी दोस्त के साथ आई थीं, तब से हमें उन दो साडि़यों के 400 ऑर्डर मिल चुके हैं।
ये है साड़ी की बड़ी खासियतें
दीपिका ने शादी में नारंगी रंग की कांजीवरम की जो साड़ी पहनी थी, उसका वजन 800 ग्राम था। इसमें असली जरी का काम किया गया था। साड़ी में गंदबेंडा (दो सिर वाला पक्षी) डिजाइन बने थे, जो कर्नाटक राज्य की पहचान है। यह दो सिर वाला पक्षी बुद्घिमत्ता और संपूर्णता को दर्शाता है। इस साड़ी को 25 बुनकर और डिजाइनर्स ने 7 महीनों में तैयार किया। रिसेप्शन की साड़ी में चांदी और सोने की जरी का काम था। इसे भी बनाने में 7 महीने का समय लगा।
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