-एमजीएम में एक दर्जन से अधिक मरीज भर्ती

-सोमवार को एक ही परिवार के तीन लोग पहुंचे एमजीएम

JAMSHEDPUR: बरसात में डायरिया ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। सोमवार को डायरिया की चपेट में एक ही परिवार के तीन लोग शिकार होकर महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। इसमें पिता की मौत हो गई। वहीं बेटा व बहू की स्थिति गंभीर बनी हुई है। चौका स्थित सिंगारी गांव निवासी हरमोहन गोराई ने बताया कि उनके पिता (गौरी गोराई) को बीते दो दिनों से दस्त के साथ पेट दर्द हो रहा था। इसके बाद उन्हें चांडिल स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। वहां से चिकित्सकों ने एमजीएम अस्पताल रेफर किया। इसके बाद एमजीएम अस्पताल लाया गया, यहां कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। वहीं मृतक गौरी गोराई के पुत्र (ख्भ्) वर्षीय हरमोहन गोराई व बहू (मंजू देवी) भी डायरिया की चपेट में हैं। दोनों अस्पताल में भर्ती हैं। एमजीएम अस्पताल का आंकड़ा देखा जाए तो डायरिया पीडि़तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इमरजेंसी वार्ड में बिरसानगर स्थित जोन नंबर एक निवासी मोचीन देवी, पटमदा निवासी शारो, पुचू करवा सहित अन्य भर्ती हैं।

इसलिए होता है डायरिया

बरसात में वायरल डायरिया से लोग अधिक ग्रसित होते हैं। इसकी मुख्य वजह दूषित पानी और खान-पान है। डॉक्टरों ने बताया कि रोटा वायरस और नोरो वायरस इंफेक्शन फैलाते हैं, जिससे पांच साल के छोटे बच्चे से लेकर वयस्कों में भी डायरिया होने की आशंका रहती है। बैक्टीरियल इंफेक्शन से भी डायरिया होता है।