बड़ा खतरा

डिपार्टमेंट की हेड डा। कुसुम लता अरुणाचलम का कहना है कि पॉल्यूशन आज हमारे लिए इतना बड़ा खतरा बन गया है कि इसके लिए पूरे विश्व में विचार मंथन किया जा रहा है। इसके लिए कई कंट्रीज में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स लगाए जा रहे हैं। इसी के चलते हमने शोध कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए विभाग की लैब को अपडेट किया है, जिसके चलते इन मशीनों को यूनिवर्सिटी में लगाया गया है। हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि स्टूडेंट्स को रिसर्च में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न आए।

दे रहे दिल्ली को टक्कर

विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा.विजय श्रीधर ने बताया कि एयर मॉनिटरिंग सिस्टम में हम एयर क्वालिटी को चेक कर सकते हैं। इसके जरिए हवा में पार्टिकल और ओजोन के लेवल को चेक किया जा सकता है। इस मशीन के पिछले कुछ दिनों के आंकड़ों पर नजर डाले तो एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आता है। देहरादून की हवा में नॉमर्ली 60 माइक्रो ग्राम प्रति मीटर क्यूब पार्टिकल होने चाहिए जो कि बढ़कर 90 माइक्रो ग्राम प्रति मीटर क्यूब तक पहुंच गए हैं। यही नहीं त्योहारों पर तो यह मानकों से कई गुना ऊपर चली जाती है। देहरादून के फिलहाल के डाटा पर गौर करे तो यह दिल्ली के एयर पॉल्युशन को टक्कर दे रहे हैं।