जूनियर इंजीनियर्स की हड़ताल के चलते बढ़ रही परेशानी

वर्क टु रूल के चलते पावर सप्लाई शुरू होने में हो रही देरी

ALLAHABAD: भगवान से मनाइए कि आपके मोहल्ले में बिजली की फाल्ट सुबह या शाम को न हो। ऐसा हुआ तो संभव है कि पूरी रात आप मशक्कत करते रहें और कोई हल ही न निकले। इसका उदाहरण एक सप्ताह में दो दिन देखने को मिल चुका है। ऐसा विभाग के जूनियर इंजीनियर्स की हड़ताल के चलते हो रहा है। ये लोग अपनी मांगों को लेकर वर्क टु रूल के तहत कार्य कर रहे हैं। यानी आठ घंटे की ड्यूटी के बाद कोई काम नहीं।

बंद हो जाता है सीयूजी फोन

13 सूत्रीय मांगों को लेकर बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर्स पिछले दो दिन से भूख हड़ताल पर बैठे थे जो चार अक्टूबर को सुबह दस बजे समाप्त हुई। पिछले बीस दिन से वह अलग-अलग तरीके से अपनी मांगों को मनवाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान जिले के 200 जेई सुबह 9 से शाम 5 बजे तक ही ड्यूटी कर रहे हैं। इसके पहले और बाद में उनका सीयूजी नंबर बंद हो जाता है।

कब-कहां परेशान हुई पब्लिक

केस नंबर एक

मेडिकल कॉलेज के आसपास एरिया में 29 सितंबर को सुबह से शाम तक बिजली गायब थी। लोगों ने एसडीओ और जेई को फोन किया तो सीयूजी नंबर रिसीव नही हुआ। उन्हें पावर कट का कारण ही पता नही चला। काफी देर बाद विभाग के आलाधिकारियों ने बताया कि पोल शिफ्टिंग के चलते बिजली काटी गई है। कोई फाल्ट नही हुआ है।

केस नंबर दो

दो अक्टूबर को चकिया एरिया में सुबह बिजली गायब हो गई। पता चला कि कहीं हाई वोल्टेज लाइन में फाल्ट आने से पावर कट हुआ है। भूख हड़ताल होने की वजह से एसडीओ और जेई ने भी फोन नही उठाया। बाद में इसकी शिकायत लोगों को आलाधिकारियों से करनी पड़ी।

केस नंबर तीन

24 सितंबर को लूकरगंज एरिया में शाम 7 बजे बिजली अचानक चली गई। आधे घंटे तक पावर सप्लाई शुरू नही होने पर पता चला कि फाल्ट हो गई है। स्थानीय अधिकारियों ने वर्क टु रूल की बात कहकर सुनवाई नही की। ऐसे में पावर सप्लाई बहाल होने में दो से तीन घंटे लग गए।

बिजली विभाग की नौकरी 24 आवर्स मानी जाती है लेकिन हम लोग वर्क टु रूल पर काम कर रहे हैं। सुबह नौ से शाम बजे बजे के बीच हमारी ड्यूटी होगी। इसके अलावा हमारा सीयूजी नंबर भी बंद होगा। जिसे शिकायत करनी है वह आलाधिकारियों के पास दर्ज कराए।

अजीत पटेल,

जिलाध्यक्ष, राज्य विद्युत परिषद जेई संगठन उप्र