- अब हर दिन दो घंटे का ब्लॉक नहीं लेगा एनसीआर

- केवल संडे को ही मेगा ब्लॉक लेकर कराया जाएगा मेंटीनेंस वर्क

- रेल मंत्री के आदेश पर एनसीआर ने बनाया प्लान

ALLAHABAD: इस भीषण गर्मी में दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनों की लेटलतीफी से परेशान पैसेंजर्स के लिए गुड न्यूज है। रेल मंत्री पीयूष गोयल के आदेश पर एनसीआर ने अब एक ऐसा प्लान बनाया है, जिससे रेलवे का मेंटीनेंस वर्क और स्पीड पकड़ेगा। वहीं ट्रेनों की लेट लतीफी कम होगी और पंक्चुअलिटी भी मेंटेन होगी। संडे को छोड़ दिया जाए तो मंडे टू सैटरडे दिल्ली-हावड़ा रूट पर फिलहाल मेंटीनेंस वर्क की वजह से ट्रेनें लेट नहीं होंगी।

ट्रेनों पर पड़ रहा था असर

रेल और पैसेंजर्स सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए पूरे भारत में ट्रैक मेंटीनेंस व अन्य वर्क पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसका असर फिलहाल ट्रेनों के परिचालन पर पड़ रहा है। इस वजह से ट्रेनें घंटों पिट रही है। हर जोन में प्रति दिन दो घंटे का ब्लॉक लेकर ट्रैक मेंटीनेंस व अन्य मेंटीनेंस वर्क कराया जा रहा है। लेकिन एनसीआर ने पर डे लिए जाने वाले दो घंटे के ब्लॉक को खत्म करने का प्लान बनाया है। इसके तहत अब मंडे टू सैटरडे तक ट्रैक मेंटीनेंस या फिर अन्य मेंटीनेंस वर्क के लिए ब्लॉक नहीं लिया जाएगा।

मेगा ब्लॉक में ही पूरे हफ्ते काम

मंडे टू सैटरडे पर-डे दो घंटे का ब्लॉक लेकर एनसीआर मेंटीनेंस वर्क नहीं कराएगा। लेकिन रविवार को पांच से छह घंटे का मेगा ब्लॉक लेकर मेंटीनेंस वर्क कराया जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेल सेफ्टी पर विशेष फोकस करते हुए संडे को पांच से छह घंटे का मेगा ब्लॉक लेकर मेंटीनेंस वर्क कराए जाने का आदेश दिया है।

एक ही दिन काम करेंगे सभी विभाग

अभी तक पर-डे दो घंटे का ब्लॉक लेकर सभी विभागों द्वारा अलग-अलग टाइम पर मेंटीनेंस वर्क कराया जाता था। लेकिन अब एनसीआर में फिलहाल ऐसा नहीं होगा। जो काम पर-डे होता था, अब वो सप्ताह में एक ही दिन संडे को होगा।

मेगा ब्लॉक के लिए इसलिए चुना संडे

- संडे को ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स की संख्या होती है कम

- क्योंकि संडे को ऑफिस, स्कूल, कॉलेज व मार्केट के लिए आने-जाने वाले लोकल पैसेंजर्स की रहती है छुट्टी

- लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए ही ट्रेन में सवार होते हैं पैसेंजर

एनसीआर द्वारा संडे को ही मेगा ब्लॉक लिए जाने से ये होगा फायदा

- अभी तक एनसीआर पर-डे दो घंटे का ब्लॉक लेकर मेंटीनेंस वर्क कराता चला आया है।

- जिसकी वजह से ट्रेनें पर-डे लेट होती हैं।

- अलग-अलग विभागों द्वारा काम कराया जाता है।

- संडे को छह घंटे का मेगा ब्लॉक लिए जाने से पर-डे ट्रेनों की लेटलतीफी होगी कम

- ट्रेनों की बढ़ेगी स्पीड

रेल संचालन के साथ ही मेंटीनेंस वर्क भी बहुत जरूरी है। इसलिए रेल मंत्री के आदेश पर एनसीआर अब केवल संडे को ही पांच से छह घंटे का मेगा ब्लॉक लेकर वर्क कराएगा। अभी तक पर डे-दो घंटे का ब्लॉक लेकर जो काम कराया जा रहा है, वह बंद होगा। इससे पर डे-ट्रेनों की लेटलतीफी दूर होगी। वहीं ट्रेनों की लेटलतीफी कम होगी और पंक्चुअलिटी बढ़ेगी।

गौरव कृष्ण बंसल

सीपीआरओ

एनसीआर