- एक बार फिर रेल मंत्री बनते ही पीयूष गोयल ने लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय

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PRAYAGRAJ : मोदी सरकार में एक बार फिर रेल मंत्रालय की कमान संभालते ही रेल मंत्री पीयूष गोयल एक्टिव हो गए हैं. उनके निर्देश पर रेलवे बोर्ड ने अगले पांच साल के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है. इसके तहत दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रूट पर हाईस्पीड कॉरीडोर बनाने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत जल्द ही काम शुरू होगा. सब कुछ ठीक रहा तो 2021 तक दिल्ली हावड़ा रूट पर 160 की स्पीड से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी.

ओवरलोड है दिल्ली-हावड़ा रूट
दिल्ली-हावड़ा रूट देश के सबसे महत्वपूर्ण रेल रूटों में एक है. इस पर एक दिन में क्षमता से काफी अधिक यानी करीब 600 से 700 ट्रेनें गुजरती हैं. क्षमता से अधिक लोड होने और संरक्षा के कई मानकों के पूरा न हो पाने के कारण इस रूट पर 130 व 160 की स्पीड से ट्रेन नहीं दौड़ पा रही है. जिस पर रेल मंत्री पीयूष गोयल की पहले से नजर है.

बनेंगे अंडरपास और ओवरब्रिज
पीयूष गोयल के दोबारा रेल मंत्री बनने के बाद रेलवे बोर्ड ने जो रोड मैप तैयार किया है, उसमें दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-मुंबई रूट को सेमी हाई स्पीड कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया है. इस पर दिसंबर 2019 से काम शुरू हो जाएगा. दिल्ली-हावड़ा रूट को सेमी हाईस्पीड कॉरीडोर बनाने के लिए बीच में पड़ने वाले सभी रेलवे क्रासिंग को खत्म किया जाएगा. इसके लिए रेलवे क्रॉसिंग पर या तो अंडरपास बनाया जाएगा, या फिर ओवरब्रिज बनेगा. ताकि ट्रेनें किसी भी क्रॉसिंग पर रुके बगैर आराम से दौड़ सकें. यही नहीं ट्रेनों को हाईस्पीड दौड़ाने में कैटल रन की दुर्घटनाएं न हों इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे लाइन के किनारे दीवार बनाई जाएगी.

टीकैश रोकेगा ट्रेनों की टक्कर
ट्रेनों की टक्कर रोकने के लिए टक्कर रोधी उपकरण (टीकैश) लगाने का काम अगस्त 2019 में शुरू किया जाएगा. 18 महीने में टीकैश लगाने का टारगेट रखा गया है. ट्रेनों की पंक्चुअलिटी पर भी रेलवे का पूरा फोकस है.

दिल्ली-हावड़ा रूट को सेमी हाईस्पीड कॉरीडोर बनाने की प्लानिंग रेल मंत्री ने पहले ही की थी. इस पर एक बार फिर से तेजी के साथ काम शुरू होगा. दिल्ली-हावड़ा रूट पर जल्द ही रेलवे क्रासिंग खत्म कर रेलवे लाइन के किनारे दीवार खड़ी करने का काम शुरू होगा. ताकि सुरक्षित तरीके से हाईस्पीड ट्रेनें दौड़ाई जा सकें.

-अमित मालवीय
पीआरओ एनसीआर