- लेबर पेन बढ़ने पर बुलाने के बावजूद नहीं आई डॉक्टर

- महिला ने दिया मृत बच्चे को जन्म, सीएमओ ने दिए जांच के आदेश

LUCKNOW: राजधानी के वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में डॉक्टर्स की संवेदनहीनता के कारण शनिवार आधी रात बारूरूम में प्रसव का मामला सामने आया है। डॉक्टर्स ने उसके एबार्शन के लिए दवा दी थी। लेबर पेन लगातार बढ़ने पर परिजनों ने डॉक्टर को बुलाया लेकिन वह मौके पर नहीं गई। डॉक्टर्स की लापरवाही और संवेदनहीनता को देखते हुए 40 निट तक इंतजार के बाद परिजन स्वयं उसे बाथरूम ले गए जहां उसे मृत बच्चा हुआ।

15 को हुई थी एडमिट

सआदतगंज निवासी शाहिद की पत्‍‌नी आशिया को 15 अप्रैल को वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। गर्भ में बच्चे की पल्स नहीं मिल रही थी। जिसके बाद डॉक्टर्स ने जांच के बाद एबार्शन कराने की सलाह दी थी। इसके लिए ही आशिया को एडमिट किया गया था। शनिवार को डॉक्टर्स ने उसे लेबर पेन बढ़ाने की दवा दी। रात में करीब दो बजे उसे पेन शुरू हुआ। दर्द लगातार बढ़ता गया लेकिन डॉक्टर देखने नहीं आई। असहनीय दर्द से जूझते हुए परिजन उसे बाथरूम ले गए जहां उसे मृत बच्चे को जन्म दिया।

परिजनों ने डॉक्टर्स की लापरवाही पर जमकर हंगामा किया। यही नहीं बाथरूम में मृत बच्चा होने पर कर्मचारियों ने भी खूब बवाल किया। रात में ही परिजनों को मृत बच्चे को बाथरूम से हटाने को कहा गया। जिस पर परिजनों ने मना कर दिया। जिसके कारण कर्मचारियों ओर मरीज के परिजनों के बीच खूब हंगामा हुआ।

वार्ड की वाशरूम में डिलीवरी हो गई थी। बच्चा मरा हुआ था। डॉक्टर कोई देखने नहीं आया था। लगभग दो बजे। सुबह जब डॉक्टर राउंड पर आई तो परिजनो ने रात में डॉक्टर न आने की शिकायत की। लेकिन अस्पताल के जिम्मेदारों ने उलटे परिजनों पर ही लापरवाही का आरोप लगा दिया। आरोप मढ़ दिया।

सोमवार को होगी जांच

डफरिन हॉस्पिटल की सीएमएस डॉ। मंजुला बहार ने बताया कि मरीज को 28 हफ्ते का गर्भ था और बच्चा मरा हुआ था इसलिए एबार्शन होना था। मरीज कह रही है कि डॉक्टर नहीं आए, और डॉक्टर कह रहे हैं कि उसे ओटी में ले जाकर चेक किया गया। सोमवार को इसपर जांच कमेटी बिठाई जाएगी। रिपोर्ट मिलने पर ही आगे निर्णय लिया जाएगा।

मामले जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। एसएनएस यादव, सीएमओ