यह है शहर में बिजली की स्थिति

-13 लाख है शहर की आबादी

-1,75,633 हैं उपभोक्ता

- 24 सब स्टेशन हैं शहर में

-455 ट्रांसफार्मर लगे हैं पूरे शहर में

- 217 मेगावोल्ट एम्पियर की थी डिमांड पिछले साल

-410 मेगावोल्ट एम्पियर बिजली सप्लाई करने का प्लान है इस बार

- पिछले साल की डिमांड के हिसाब से बिजली विभाग की इस साल है तैयारी

-बिजली विभाग के अनुसार डिमांड से लगभग दो गुनी है तैयारी, नहीं होगा बिजली संकट

बरेली : केंद्र सरकार ने शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति का आदेश दिया है, लेकिन यह किसी सपने से कम नहीं है. मौजूदा हालातों पर गौर करें तो अभी जब चुनावी मौसम चल रहा तो उस भी तीन से चार घंटों की कटौती की जा रही है. चुनाव खत्म होने और गर्मी बढ़ने पर कटौती का समय बढ़ता चला जाएगा. वहीं इस साल नए उपभोक्ता जुड़ने से 10 फीसदी बिजली की खपत बढ़ गई है तो इस साल संभावित है कि बिजली इस बार सिर्फ सताएगी नहीं बल्कि रुलाएगी भी. साथ ही कुछ नए बिजली संकट को कम करने के लिए कुछ ट्रांसफार्मर लगाए जाने थे, वह भी अभी तक नहीं लग सके हैं. इससे इस बार बिजली संकट कम नहीं बल्कि बढ़ने की संभावना है.

नहीं बढ़ा ट्रांसफार्मरों का लोड

शहर के चारों जोन में अभी कुल 455 ट्रांसफॉर्मर लगे हुए है. कई इलाकों में लगे ट्रांसफार्मर पर लोड तो बढ़ गया है, लेकिन उनकी जगह अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर नहीं लगाए गए हैं. जिससे गर्मी बढ़ने पर फॉल्ट होने की संभावना है. साथ ही जिन इलाकों में सबसे ज्यादा बिजली सप्लाई बाधित रहती है, वहां के लिए भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है.

इतनी बढ़ी खपत

पिछले साल शहर में 217 मेगावोल्ट एम्पियर बिजली की खपत हुई थी. इसी को देखते हुए बिजली विभाग ने 410 मेगावोल्ट एम्पियर बिजली सप्लाई देने की योजना इस साल तैयार की है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि हमारी तैयारी पूरी है. इस बार बिजली संकट नहीं होने देंगे.

नहीं लगे ट्रांसफॉर्मर

शहर को बिजली सप्लाई में कोई समस्या न हो, इसके लिए बिजली विभाग ने ज्यादा लोड वाले 17 ट्रांसफॉर्मर लगाने की कार्ययोजना तैयार की थी. जिससे गर्मी में लोड बढ़ने पर होने वाले फॉल्टों को कम किया जा सके. शासन को कार्ययोजना की रिपोर्ट तो भेज दी, लेकिन साल बीतने के बाद भी उसे अमल में नहीं लाया जा सका है.

ट्रिपिंग से भी नही मिली निजात

शहर में एक बड़ी समस्या बनी हुई है, जिससे कई जरूरी काम प्रभावित होते हैं. रोजाना अचानक बिजली आने-जाने का दौर बना रहता है. कई इलाकों में रोजाना घंटों बिजली गुल रहती है. इसके बाद भी ट्रिपिंग की समस्या का बिजली विभाग के पास कोई सॉल्यूशन नहीं है.

बढ़ रहे कनेक्शन, सप्लाई में फेल

शहर में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष दस फीसदी नये कनेक्शन बांटे गए हैं. कई कॉलोनियों से लगातार बिजली सप्लाई बाधित होने की शिकायतें भी आ रही है. लेकिन इसके बाद भी विभाग व्यवस्था ठीक होने की सिर्फ बातें करते नजर आते हैं, हकीकत से सब अंजान बने हुए हैं.

वर्जन

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दस फीसदी नये कनेक्शन बांटे गए तो इतनी ही डिमांड बढ़ी है, हालांकि हमारे पास 412 मेगावोल्ट एम्पियर सप्लाई देने की व्यवस्था है. जो कि डिमांड से काफी ज्यादा है इसलिए उपभोक्ताओं को परेशानी नही होगी.

एनके मिश्र, एसई.