- एसबीआई मेन ब्रांच में नए अकाउंट खोल खपाया गया कालाधन

- सीबीआई की जांच में दस्तावेजों में ओवर राइटिंग का मामला आया सामने

BAREILLY:

नोटबंदी के समय कालाधन को सफेद करने की खूब अफवाह उड़ी थी। अब जांच के बाद यह अफवाह हकीकत में बदल गई है। नोटबंदी के दौरान कालाधन सफेद करने का बरेली में पहला मामला पकड़ा गया है। एसबीआई मेन ब्रांच ने कालाधन खपाने के लिए करीब 2000 नए अकाउंट खोल दिखे। इतना ही नहीं, जो अकाउंट वर्षो निष्क्रिय थे वह भी एक्टिव हो गये थे। जांच में इस बात का खुलासा होने से ब्रांच के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच खलबली मच गई है। सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने नोटबंदी के दौरान ब्रांच में तीन दिन सर्च किया था, जिसके बाद उसने संबंधित दस्तावेज अपने साथ ले गई थी। जांच में सीबीआई को कई संदिग्ध अकाउंट्स मिले है। जिसके बाद वह कार्रवाई के मूड में आ गयी है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई ने बैंक के अज्ञात अफसरों के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया है।

2708 अकाउंट मिले संदिग्ध

सोर्सेज से मिली जानकारी के मुताबिक एसबीआई की मेन ब्रांच में नोटबंदी क दौरान 2708 अकाउंट के जरिए करोड़ों रुपए का कालाधन ठिकाने लगाया गया। इस अकाउंट म़ें करीब 800 बार एक लाख या उससे ज्यादा की रकम का लेन-देन हुआ। जांच में पता चला है कि बैंक ने इस दौरान निष्क्रिय 267 अकाउंट को बिना वैध आईडी के ही एक्टिव कर दिया। बाद में इन अकाउंट में संदिग्ध लेन-देन हुआ। इस बात का खुलासा सीबीआई की जांच में हुआ है। जांच के मुताबिक बैंक में दो हजार से ज्यादा नए अकाउंट नोटबंदी के दौरान खोले गए, जो कि सवालों के घेरे में आए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक ब्रांच में 53 करेंट अकाउंट, 667 सेविंग अकाउंट, 94 जनधन अकाउंट, 1518 एफडी अकाउंट, 50 पीपीएफ अकाउंट और 13 फेस्टिवल अकाउंट, दो सीनियर सिटीजन और एक सरकारी अकाउंट शामिल है। इन अकाउंट्स को ओपन करने के दौरान नियमों को ताक पर रख दिया गया।

सीबीआई की जांच में हुआ खुलासा

ब्रांच में गड़बड़ी की सूचना पर पहली जनवरी को सीबीआई की टीम बरेली पहुंची और उसने ब्रांच में दस्तावेज की छानबीन शुरू कर दी थी। तीन दिन रुक कर टीम ने ब्रांच के तमाम दस्तावेज चेक किये। साथ ही संदिग्ध दस्तावेज अपने साथ ले गई। सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान सीबीआई अधिकारियों ने कैश बाउचर, वॉल्ट रजिस्टर, आदि रिकॉर्ड चेक किये। जांच के दौरान कई दस्तावेजों में ओवराइटिंग पाई गयी। इसी के आधार पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी सहित अन्य एक्ट की धाराओं में केस कराया है।

8 बैंक में हुई थी छापेमारी

आपको बता दे कि सीबीआई की टीम ने 15 दिसम्बर से लेकर 5 जनवरी तक 8 बैंकों में जांच की थी। एसबीआई मेन ब्रांच में कालाधन को सफेद करने का मामला सामने आने के बाद बाकी बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की भी धड़कनें बढ़ गई हैं। नोटबंदी के दौरान बरेली में 50 दिन में 39.83 अरब रुपया जमा हुआ था।

अकाउंट ओपन करने में नियमों का पालन किया गया है। सीबीआई यदि जवाब मांगेगी तो पूरी डिटेल्स मुहैया कराई जाएगी।

सुनील वडेरा, डीजीएम, एसबीआई मेन ब्रांच

बॉक्स मैटर

50 दिन में 39.83 अरब रुपया बरेली में हुए थे जमा।

3 दिन बरेली में सीबीआई ने आठ बैंकों के तलाशे थे दस्तावेज

267 निष्क्रिय अकाउंट बिना वैध दस्तावेज एक्टिव कर दिए गए

800 बार अकाउंट्स में एक लाख से अधिक रुपए जमा किए गए