-डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी
-घरेलू उपायों से खुद को रखा जा सकता है सेफ, रहे अलर्ट
Meerut। जनपद में खतरनाक बुखार का प्रकोप जारी है। शनिवार को तीन नए मामलों के साथ डेंगू के मरीजों की संख्या 28 हो गई, जबकि चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या 44 तक पहुंच गई। हालांकि इस बीच मलेरिया के मरीजों की संख्या में गिरावट आई है। अगस्त माह में मलेरिया के कुल मरीज 51 दर्ज किए गए।
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डेंगू
कुल सैंपल 423
केस मिले 28
लक्षण -
-तेज बुखार के साथ सिर दर्द
-आंखों के पीछे दर्द
-बदन दर्द
-जोड़ों में दर्द
-बॉडी पर महीन दानें व स्कीन चकतें
-जबड़ों व नाक से खून आना
डेंगू से बचाव एवं उपचार
-घर में एवं घर के आसपास पानी इकठ्ठा ना होने दें।
-यदि घर में बर्तनों आदि में पानी भर कर रखना है तो ढक कर रखें।
-कूलर, गमले आदि का पानी रोज बदलते रहें। यदि पानी की जरूरत ना हो तो कूलर आदि को खाली करके सुखाएं।
-ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर के अधिकतम हिस्से को ढक सकें। -मच्छर वाली क्रीम, स्प्रे, लिक्विड, इलेक्ट्रॉनिक बैट आदि का प्रयोग
चिकनगुनिया
कुल सैंपल 251
केस मिले 44
ये हैं लक्षण -
-जी मचलना
-भूख कम लगना
-मांसपेशियों में दर्द
-जोड़ो में तेज दर्द
-जोड़ों में सूजन
-कमजोरी आना
-शरीर पर चकते निकलना
-ठण्ड लगकर तेज बुखार आना
-सिरदर्द
ऐसे करें बचाव
- घर के अन्दर और आस-पास पानी जमा न होने दे।
- बर्तन को खाली कर रखे या उसे उलटा कर कर रख दे।
- अगर आप किसी बर्तन, ड्रम या बाल्टी में पानी जमा कर रखते है तो उसे ढक कर रखे।
- अगर किसी चीज में हमेशा पानी जमा कर रखते है तो पहले उसे साबुन और पानी से अच्छे से धो लेना चाहिए, जिससे मच्छर के अंडे को हटाया जा सके।
- घर में कीटनाशक का छिडकाव करे।
-कूलर का पानी रोज नियमित बदलते रहे।
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मलेरिया
कुल सैंपल 6503
केस मिले 51
लक्षण -
-तेज ठंड व कंपकंपी के साथ अचानक बुखार आना
-सिर व शरीर में तेज दर्द व उल्टी आना
-तेज बुखार के बाद बुखारी पसीने के साथ उतरना
बचाव -
-दरवाजों व खिड़कियों पर बारीक जानी लगाएं
-घर में व आसपास पानी न इकठ्ठा होने दें
-आसपास गड्ढ़ों में पानी भरा होने पर उनमें मिट्टी का तेल डाल दें
-घर में टंकी आदि ढ़क कर रखें, कूलर का पानी बदलते रहें
-बच्चों से शरीर का बचाव करें
रखे सावधानियां -
-मलेरिया के लिए खून की जांच कराएं
-बुखार में स्वयं दवा ने लेकर डॉक्टर की सलाह लें
-मलेरिया के निशुल्क जांच व उपचार के लिए जिला अस्पताल व सरकारी अस्पतालों में संपर्क करें।