छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: कोल्हान में डेंगू का प्रकोप नहीं थम रहा है। बुधवार को भी जिला सर्विलांस विभाग ने शहर के अलग-अलग अस्पतालों से कुल 50 डेंगू के संदिग्ध मरीजों का नमूना संग्रह कर जांच के लिए रांची रिम्स भेज दिया है। इन मरीजों का इलाज टीएमएच, मेडिका, टिनप्लेट, टाटा मोटर्स, ब्रह्मानंद, मर्सी, संत जोसफ, टीएमएच सहित अन्य अस्पतालों में चल रहा है। ये मरीज मानगो, गम्हरिया, एग्रिको, बारीडीह, कदमा, बिरसानगर, बागबेड़ा, टेल्को, टिनप्लेट कालोनी, साकची, भुईयांडीह सहित अन्य क्षेत्रों के रहने वाले है। वहीं बीते शनिवार को डेंगू के 73 संदिग्ध मरीजों को नमूना संग्रह कर जांच के लिए एमजीएम कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट बुधवार आई। इसमें 32 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। कोल्हान में अबतक डेंगू से चार की मौत व 164 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ। केसीसी मुंडा ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिले में अबतक कुल 127 मरीजों की पुष्टि हुई है। बाकि सरायकेला व पश्चिमी सिंहभूम के मरीज है। मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है।

एमजीएम में डेंगू का किट खत्म

एमजीएम कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में डेंगू का किट बुधवार को खत्म हो गया। जिसके कारण 50 संदिग्ध मरीजों का नमूना संग्रह कर रांची स्थित रिम्स भेजा गया है। चिकित्सकों का कहना है कि एमजीएम में किट होने से रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर मिल जाता था लेकिन अब देर होगी। इससे पूर्व भी एमजीएम में किट खत्म होने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ चुका है। जिला प्रभारी सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। एके लाल ने बताया कि किट खत्म होने की जानकारी विभाग दो दी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही आ जाएगा।

चला डेंगू सर्च अभियान

डेंगू से निपटने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लगातार अभियान चला रहा है। बुधवार को मानगो स्थित उलीडीह, बागबेड़ा स्थित रेलवे ट्राफिक कालोनी, साकची, गोलमुरी व एग्रिको में कुल 232 घरों की जांच की गई। इसमें 11400 डेंगू के लार्वा पाए गए। टीम डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में जाकर गमला, कंटेनर, टायर, कूलर, बर्तन सहित अन्य सामाग्री की जांच कर रही है। एक सप्ताह के बाद यह टीम फिर दोबारा उन क्षेत्रों की जांच करेगी। इस दौरान अगर डेंगू का लार्वा मिलता है तो कार्रवाई होना तय है यानी सीधे फाइन लगेगा। वहीं मानगो अक्षेस, जमशेदपुर अक्षेस, जुस्को व जुगसलाई नगरपालिका अपने-अपने क्षेत्रों में फागिंग व जागरूकता कार्यक्रम संचालित कर रही है।