- मंगलवार को 6 मरीजों में हुई डेंगू की पुष्टि

- दून से आए अब तक 6 मामले

DEHRADUN : दून के अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। मंगलवार को दून अस्पताल की लैब में छह डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई। इसके साथ ही इस महीने अब तक डेंगू के ख्ब् मरीज सामने आ चुके हैं। जुलाई में डेंगू के ब् मरीजों की पुष्टि हुई थी। इस तरह अब तक कुल ख्8 मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं।

दून के म् मरीज

दूनवासियों के लिए यह बात राहत देने वाली हो सकती है कि शहर के अस्पतालों में अब तक कन्फर्म हुए ख्8 डेंगू के मरीजों में से देहरादून के केवल म् मरीज हैं। इनमें ख्क् मरीज हरिद्वार के हैं, जबकि एक यूपी का है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार देहरादून में जिन जगहों पर डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं, वहां जरूरी छिड़काव किया जा रहा है।

रानीपोखरी सबसे ज्यादा प्रभावित

दून में रानीपोखरी अब तक सबसे ज्यादा डेंगू प्रभावित क्षेत्र के रूप में सामने आया है। मंगलवार को जिन म् मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है, उनमें भ् हरिद्वार के हैं, जबकि एक रानीपोखरी का ख्म् वर्षीय युवक शामिल है। देहरादून के अब तक म् लोग डेंगू की चपेट में आये हैं। इनमें फ् रानीपोखरी के हैं, जबकि एक-एक मरीज ईसी रोड, कारगी और भानियावाला के हैं।

स्वाइन फ्लू का एक मरीज

मंगलवार को एक मरीज को स्वाइन फ्लू होने की भी पुष्टि हुई। अब दून में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 88 हो गई है। मंगलवार को केवल एक मरीज की जांच रिपोर्ट एनसीडीसी से आई है। जो पॉजिटिव पाया गया है। डीएल रोड निवास 77 वर्षीय उक्त बुजुर्ग वैश्य नर्सिग होम में भर्ती कराया गया है।

टीएचडीसी कॉलोनी में भय

पिछले साल डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित टीएचडीसी कॉलोनी और पथरी बाग के लोग डरे हुए हैं। यहां के लोगों का कहना है कि इस बार भी यहां सीवरेज और पानी निकासी की व्यवस्था नहीं हो पाई है, जिससे इस बार भी बीमारियां फैल सकती हैं। सीवरेज और पानी निकासी की व्यवस्था को लेकर लोगों ने अब मेयर व शहरी विकास मंत्री का दरवाजा खटखटाया है।

वादा खिलाफी का आरोप

इस क्षेत्र में अब तक सीवर लाइन की व्यवस्था नहीं है। लोगों का कहना है कि जब टिहरी विस्थापितों को यहां बसाया गया था तो सीवर लाइन, बिजली, पानी व सड़क का वायदा किया गया था, लेकिन वषरें बाद भी यहां सीवर लाइन नहीं और पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं।