बारीडीह में सबसे अधिक पेशेंट, कदमा, बिष्टुपुर, साकची में भी पसारा पांव
jamshedpur@inext.co.in
JAMSHEDPUR (07 July) : सीएम रघुवर दास का इलाका डेंगू की चपेट में है। अबतक सबसे अधिक पेशेंट इसी क्षेत्र से मिले है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन क्षेत्रों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का प्रकोप अधिक है। इससे स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है। आनन-फानन में शनिवार को हाइ लेकर मीटिंग बुलाई गई है। जिसमें रांची से स्वास्थ्य निदेशक, राज्य सर्विलांस पदाधिकारी सहित कोल्हान के सभी सिविल सर्जन, जिला सर्विलांस पदाधिकारी सहित सभी चिकित्सा प्रभारी उपस्थित होंगे। इस दौरान कई अहम निर्णय लिए जाएंगे जो पूरे प्रदेशभर में लागू किए जाएंगे। वहीं जमशेदपुर के वीआइपी इलाके कहे जाने वाले कदमा, बिष्टुपुर, साकची, धतकीडीह में भी डेंगू पांव पसार चुका है। पेशेंटों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जमशेदपुर, मानगो अक्षेस व जुस्को को पत्र लिखा है। ताकि उन क्षेत्रों में फॉगिंग व बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था की जा सके। इसी तरह वर्ष ख्0क्फ् में भी कदमा व सोनारी क्षेत्र में सबसे अधिक डेंगू के पेशेंट पाए गए थे। इस क्षेत्र में ही डीसी, एसएसपी, एसपी सहित टाटा स्टील के कई बड़े अधिकारियों के आवास हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वैसे पहली बार हुआ था कि जब उन क्षेत्रों में सबसे अधिक पेशेंट पाए गए थे। वर्ष ख्0क्फ् में डेंगू-जापानी इंसेफ्लाइटिस के कुल 98 पेशेंटों की पुष्टि हुई थी। इनमें से पचास फीसद डेंगू पीडि़त सोनारी व कदमा के रहने वाले थे।
बीमारियों का रिसर्च हब रहा शहर
हर साल फैलने वाली अलग-अलग बीमारियों ने शहर को रिसर्च हब बना दिया है जिसे देखते हुए शहर मे हाई अलर्ट जारी किया गया है। इससे पूर्व कई तरह का वायरस सक्रिय रहा है। इसे लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलाजी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मलेरिया रिसर्च व नेशनल स्वास्थ्य विभाग की टीम भी शहर का निरीक्षण कर चुका है।
हर साल पनप रही नई नई बीमारी
वर्ष बीमारी
ख्009 स्वाइन फ्लू
ख्0क्0 डेंगू
ख्0क्क् चिकनगुनिया
ख्0क्ख् जेई, मलेरिया
ख्0क्फ् डेंगू, जेई
ख्0क्ब् जेई, मलेरिया
ख्0क्भ् स्वाइन फ्लू, जेई
ख्0क्म् डेंगू
ख्0क्7 डेंगू (अबतक)
वर्जन ::
बरसाती बीमारियों से निपटने के लिए टीम लगातार काम कर रही है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर डीडीटी का छिड़काव व जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। डेंगू के लक्षण समझ में आते ही लोगों को इसकी जांच कराने चाहिए।
डॉ। साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी।
::::
क्त्रद्गश्चश्रह्मह्लद्गह्म ष्ठद्गह्लड्डद्बद्यह्य :
9999