बाहर से आने वाले रिश्तेदारों से दूरी बनाने लगे लोग, बदन दर्द या बुखार होते ही दे दे रहे डेंगू की सूचना

अचानक बढ़ी सूचनाओं से परेशान हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, जांच में निगेटिव निकल रहे मामले

ALLAHABAD: मुंबई में जॉब करने वाले प्रदीप कुमार शहर के रसूलाबाद एरिया में रहते हैं। पिछले दिनों रक्षाबंधन पर घर लौटे तो बदन दर्द और बुखार से परेशान हो गए। लक्षण देख परिजनों को डेंगू का शक जताते हुए फाफामऊ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। महंगा इलाज भी शुरू हो गया। जानकारी मिलने पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि मरीज वायरल इंफेक्शन से पीडि़त है। इस सीजन में शहर के लोग इतने डरे हुए हैं कि बाहर से आए रिश्तेदारों के हल्का बुखार होने पर भी डेंगू की बात करने लग रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की परेड हो जा रही है। हालांकि अब तक ऐसे अधिकतर मामले गलत साबित हुए हैं।

परदेसियों पर टिकी पैनी नजर

त्योहार के सीजन में दिल्ली, मुंबई, मद्रास, सूरत, नोयडा आदि से लौटने वाले लोगों के स्वास्थ्य को लेकर परिजन खासे चिंतित नजर आ रहे हैं। इन शहरों में स्वाइन फ्लू और डेंगू के अधिकतर मामले सामने आए हैं। बदन दर्द, बुखार और सर्दी-जुकाम के लक्षण पर भी लोग डेंगू का शक जताने लग रहे हैं। मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया जा रहा है। शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ऐसे दर्जनों मरीज इस समय भर्ती हैं।

पुष्टि नहीं होने पर करा रहे जांच

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सूचना मिलने पर टीम भेजकर ऐसे मरीजों की स्क्रीनिंग कराई जाती है। नब्बे फीसदी मामलों में वायरल इंफेक्शन की पुष्टि होती है। फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं होते हैं। ऐसे में उनका सैंपल भेजकर लैब टेस्टिंग कराई जाती है। यहां पर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लोगों को तसल्ली होती है। हालांकि, तब तक इलाज के नाम पर उनके हजारों रुपए खर्च हो चुके होते हैं।

लक्षण दिखें तो ये कदम उठाएं

अगर बदन दर्द या बुखार से परेशान हैं तो स्वास्थ्य विभाग के संक्रामक रोग विभाग में संपर्क करें

यहां लक्षणों के बारे में बताकर एक्सप‌र्ट्स की राय ली जा सकती है

दहशत में आकर सीधे हॉस्पिटल में भर्ती होने से बेहतर है मेडिकल कॉलेज की लैब में एलाइजा जांच कराएं

प्लेटलेट्स की संख्या कम होने का मतलब डेंगू नही होता, यह किसी भी वायरल फीवर में अपने आप कम हो जाती हैं। बाद में ब्लड इसे रिकवर कर लेता है।

वायरल फीवर और डेंगू के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं इसलिए मरीज को एहतियात बरतनी चाहिए।

मरीज अपने आप को डेंगू का मरीज डिक्लेयर न करें, बल्कि डॉक्टर से सलाह लें

इन लक्षणों पर दीजिए ध्यान

डेंगू के लक्षण 3 से 14 दिन बाद दिखते हैं

तेज़ ठंड लगकर बुखार आता है

सिर और आंखों में दर्द होता है

शरीर और जोड़ों में दर्द में होता है

भूख कम लगती है

जी मिचलाता है, उल्टी और दस्त आने लगते हैं

चमड़ी के नीचे लाल धब्बे आने शुरु हो जाते हैं

गंभीर स्थिति में आंख, नाक से खून आ जाता है

लोग डेंगू को लेकर ज्यादा पैनिक हो रहे हैं। खासकर जो लोग दूसरे शहरों से अपने घर लौटे हैं उनको हल्के लक्षणों पर भी डेंगू का आभास हो रहा है। गलतफहमी और अफवाह के चलते परिजन हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इलाज करा रहे हैं। इससे बचना होगा। अगर किसी को शक है तो हमसे संपर्क कर सकता है।

डॉ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी